लखनऊ 24 अक्टूबर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि यूपी लोक सेवा आयोग से होने वाली राजपत्रित पदों की परीक्षाओं में साक्षात्कार के अंक कम करने का फैसला शानदार है और इससे प्रतियोगी परीक्षाओं में पूरी तरह पारदर्शिता और शुचिता आएगी। उन्होंने कहा कि लंबे वक्त से प्रतियोगी छात्र इस बात की मांग कर रहे थे और पूर्व सरकार में इसके तमाम उदारहरण मिले थे कि किस तरह इंटरव्यू के अंकों में भ्रष्टाचार कर मेधावी छात्रों के साथ अन्याय किया गया। श्री त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संकल्प पत्र में समूह ग और घ की परीक्षाओं से इंटरव्यू पूरी तरह समाप्त करने और बाकी परीक्षाओं में इंटरव्यू के अंक कम करने का वायदा किया था। अब श्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने संकल्प पत्र का ये वायदा भी पूरा कर दिया है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि यूपी लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में परीक्षार्थी लंबे वक्त से साक्षात्कार के अंकों को कम करने की मांग कर रहे थे। पिछली सरकार में इस बात की तमाम शिकायतें मिली थी कि जिन परीक्षार्थियों के लिखित परीक्षा में ज्यादा अंक थे उनको साक्षात्कार में कम अंक देकर उनको फेल कर दिया गया। इस तरह तमाम मेधावी छात्रों के साथ अन्याय किया गया। इतना ही नहीं सपा सरकार में समूह ग और घ की तमाम भर्तियों में भी इसी तरह के घपले किए गए।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सपा राज में साक्षात्कार के बहाने हुए इन घपलों को देखते हुए ही भारतीय जनता पार्टी ने चुनावों से पहले भर्ती परीक्षाओं के साक्षात्कार खत्म करने और साक्षात्कार के अंक कम करने का वायदा किया था। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने ये वायदा पूरा कर दिखाया है। समूह ग और घ की नौकरियों से साक्षात्कार पूरी तरह खत्म कर दिया गया है जबकि राजपत्रित सेवाओं की भर्तियों में अब साक्षात्कार के अंक दो सौ की जगह सिर्फ सौ अंक कर दिए गए हैं। इसका सीधा फायदा मेधावी प्रतिभागियों को मिलेगा और उनके किसी भी तरह की नाइंसाफी नहीं हो पाएगी। भर्ती प्रतियोगितायों के हित में लिए गए इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री जी साधुवाद के पात्र हैं।