लखनऊ 05 अक्टूबर 2017, भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के आगरा राष्ट्रीय सम्मेलन को पारवारिक ट्रस्ट के एजीएम की मशक्कत बताया। सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में मंच से लेकर मैदान तक अराजकता का बोलबाला सपाई संस्कृति का पुनस्र्मरण।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा का राष्ट्रीय सम्मेलन लिखी हुई पटकथा पर आयोजित हुआ। राष्ट्रीय सम्मेलन के घोषित समय से पूर्व समाप्त कर देना यह साबित करता है कि यह कोई राजनैतिक आयोजन नहीं था। राजनैतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर भी कोई चर्चा और सुझाव न आना राष्ट्रीय सम्मेलन की स्थिति को स्पष्ट करता है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव का राष्ट्रीय सम्मेलन में आशीर्वाद देने के लिए न पहुॅंचना बताता है कि आन्तरिक स्थितियां किस प्रकार की है ?
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा अपने राष्ट्रीय सम्मेलन के कोई राजनैतिक रोडमैप प्रस्तुत नहीं कर पाई केवल केन्द्र और प्रदेश सरकार की तथ्यहीन आलोचना की कवायद ही करते रहे।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की जनोन्मुखी नीतियों को व्यापक जन समर्थन उ0प्र0 में मिल रहा है। प्रदेश की जनता सपा सरकार के गुण्डाराज और भ्रष्टाचार को भूली नहीं है। प्रदेश की जनता 2019 में 2014 से भी अधिक जनसर्मथन देने का मन बना चुकी है। जो समाजवादी पार्टी प्रदेश में समाप्ति की ओर है जिसे लगातार दो चुनावों में जनता ने नकार दिया है। अब अखिलेश यादव को क्षेत्रीय पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना हास्यापद है। अखिलेश यादव जनता की आखों में धूल झोंकने का कार्य कर रहे है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा में जनाधार रखने वाले नेता लगातार उपेक्षित और अपमानित महसूस कर रहे है। अखिलेश समर्थकों का समूह भर ही सपा है।