04 अक्टूबर को जन सहयोग केन्द्र पर कैबिनेट मंत्री सतीश महाना रहेंगे उपस्थित
लखनऊ 03 अक्टूबर 2017, सामूहिक विवाह सम्मेलनों में श्रमिकों की बेटियों के विवाह की व्यवस्था करेगी सरकार। विवाह सम्मेलन में ही बेटियों को दिए जाएंगे 55 हजार के चैक। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि योगी सरकार संत रविदास शिक्षा मदद योजना के तहत श्रमिको के बच्चों के शिक्षा की लिए 60 हजार रूपये तक की मदद देगी।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय में जन सहयोग केन्द्र पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 राकेश त्रिपाठी एवं जसवंत सिंह सैनी सुबह 10.30 बजे से दोपहर 02 बजे तक जन समस्याओं के समाधान में जुटे। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि श्रम सेवायोजन विभाग समाज के अंतिम पायदान के लोगों से जुड़ा विभाग है। मजदूरों के हित में मोदी सरकार और योगी सरकार मजूदरों के बीच पहुंच कर उनकी मदद को संकल्पित है।
श्री मौर्य ने बताया कि मजदूरों को पंजीकृत करने का काम चल रहा है। निर्माण कार्य सहित अन्य क्षेत्रों के मजदूरों के बीच में कैम्प लगाकर पंजीकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है। श्रमिकों में पंजीकरण के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। मण्डल स्तर पर प्रदेश सरकार सामूहिक विवाह सम्मेलनों के आयोजन के द्वारा श्रमिकों की बेटियों के विवाह का खर्च वहन करेगी और नव दाम्पत्य जीवन की शुरूआत के लिए बेटियों को 55 हजार के चैक भी दिए जाएंगे।
श्री मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने संत रविदास शिक्षा मदद योजना के तहत मजदूरों के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए 60 हजार रूपये तक की व्यवस्था की है। शिशुहित लाभ योजना के तहत बेटी के जन्म पर 15 हजार एवं बेटे के जन्म पर 12 हजार रूपए की तत्काल आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही बेटी के जन्म पर 20 हजार एक मुश्त जमा किया जाएगा जो 18 वर्ष पूर्ण होने पर मिलेगा। श्रमिकों को आवास के लिए एक लाख की आर्थिक मदद का प्रबन्ध भी सरकार करेगी। श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा मदद योजना के तहत प्राइमरी शिक्षा के लिए 100 रूपये, जूनियर शिक्षा हेतु 150 रूपये, माध्यमिक शिक्षा हेतु 200 रूपये, स्नातक शिक्षा हेतु 250 रूपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इसके साथ ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए 5 हजार रूपये की व्यवस्था होगी। श्रमिकों के लिए 5 शहरों में प्रारम्भ हुई 10 रूपये में भरपेट मध्यान्ह भोजन-योजना अन्य शहरों में भी प्रारम्भ की जायेगी।
श्री मौर्य ने कहा कि मजदूरों की दुर्घटना में मृत्यु पर 05 लाख की आर्थिक सहायता परिजनों को दी जाएगी। स्थाई रूप से अंग भंग होंने पर 03 लाख की सहायता एवं सामान्य मृत्यु पर 02 लाख की आर्थिक सहायता की व्यवस्था की गई है। अंत्येष्ठि के लिए 25 हजार की सहायता की भी व्यवस्था की गई है। श्रम विभाग श्रमिकों के कार्य स्थल के पास ही उनके बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था भी करेगी।
जन सहयोग केन्द्र पर आई समस्याओं के विषय में श्री मौर्य ने कहा कि अधिकांश समस्याएं आपसी विवाद से संबंधित है जो थानों से जुड़ी है। कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर सरकार कर रही है। न्यायालय मंे विचाराधीन मामलों में कुछ भी कर पाना संभव नहीं है। कांग्रेस नेता राजबब्बर के गांधी जी पर दिए गये बयान पर पंूछे गए प्रश्न के जबाव में श्री मौर्य ने कहा कि गांधी जी की सोच आजादी के साथ ही सामाजिक परिवर्तन की भी थी। मोदी जी ने उसी परिवर्तन की सोच के साथ स्वच्छता को मिशन बनाया है, जो अब आंदोलन बनता जा रहा है। कांग्रेस को सद्बुद्धि होती और गांधी जी के विचारों का अनुसरण किया होता तो यह दुर्दिन न देखने पड़ते। कांग्रेस, सपा, बसपा मुद्दाबिहीन राजनीति कर रहे है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर दिनांक 04 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 01 बजे कैबिनेट मंत्री सतीश महाना जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए उपस्थित रहेंगे। साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष बाबूराम निषाद एवं प्रदेश मंत्री शंकर गिरी एवं कार्यालय सहायक आनंद पाण्डेय भी उपस्थित रहेंगे।