सुलतानपुर - नगर पालिका परिषद में बोर्ड की बैठक होनी थी, जिसमें पालिका के 2009-10 के आय व व्यय की चर्चा की जानी थी। परन्तु इसी एजेडें को देखकर सभासदों में कोहराम मच गया। क्योंकि पालिका प्रशासन द्वारा 13, 25, 28, 200 की आय और व्यय 13, 31, 84, 600 रूपये एजेड़ें में दिखाये गये थे। परन्तु विपक्षी सभासदों का यह कहना था कि हम इस बजट को कैसे पास कर दें। जब तक इस बजट में दर्शाये गये कार्यों का भौतिक सत्यापन नही कर लेते तब तक हम इस बजट के एजेडें की स्वीकृति प्रदान नही करेगें। इस एजेडें को बहिष्कार करने में रहे सभासद सज्जाद खॉंन, इसरारूल हक चुन्ना, सोहरत अली, ऊशा श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र बब्लू, श्री राम पोपटानी आदि सभासदों ने विरोध किया।
नगर पालिका की बैठक में छाये रहे तीन सभासद ने एक तरफ विपक्ष में रहे सभासद सज्जाद खान, सोहरत अली, इसरारूल हक चुन्ना ने बैठक के एजेडों को गलत व शासन के नियमों व कानून की धज्जियॉं अध्यक्ष नगर पालिका द्वारा उठायी गई, वही दूसरी तरफ अध्यक्ष नगर पालिका विपक्ष में सभासद अब्दुल हमीद घोसी ने अध्यक्ष के एजेडों को पास करने की बात कही परन्तु अध्यक्ष नगर पालिका ने कहा कि इस बैठक को सांसद से बात करके करायी जा रही है। लेकिन जब विपक्षियों ने इसका प्रमाण मांगा तो नगर पालिका अध्यक्ष के पास कोई प्रमाण नही था। आखिर यह मामला क्यों इतना तूल पकड़ा। विदित हो कि यह एजेडां जो आय बोर्ड की बैठक में पास होना था वह 2009-10 के आय और व्यय का था। जिसमें नगर पालिका की कितनी आय थी व पालिका द्वारा कितना व्यय किया गया यही एजेडां पालिका सभासदों को दिया गया था। परन्तु विपक्षियों का कहना था कि यह एजेण्डा विशेष प्रस्ताव व साधारण प्रस्ताव का एजेण्डा अलग-अलग बैठक बुलाकर करनी चाहिये थी। जो कि मुनिशपल
एक्ट व शासन के नियमों के विरूद्व करायी जा रही है और यह जो एजेण्डा हम लोगों को दिया गया है। हम बिना इसका साक्ष्य देखे इस एजेण्डें पर अपनी मुहर नही लगा सकते है। यह एजेण्डा टैक्स इंस्पेक्टर रियाज मोहम्मद व श्यामलाल अवर अभियन्ता से सम्बन्धित है जो कि नगर पालिका की इस बैठक में मौजूद नही है और विपक्ष के सभासदों ने यह भी आरोप लगाया कि अध्यक्ष पालिका की साजिश है। इन दोनों महारथियों की मौजूदगी न होना। इस प्रकरण को लेकर तीनों सभासदों ने इस बैठक में जोरदार विरोध किया और यहॉं तक की अपने दायित्व को भूलते हुए कुर्सी भी उठाकर एक दूसरे के ऊपर फेंकी। जब इस प्रकरण को विपक्षी सभासदों ने उठाया तो अध्यक्ष पालिका व अधिशासी अधिकारी ने कहा कि इस बैठक को पूरा करने दीजिये, जब शासन द्वारा जबाब मांगा जायेगा तो हम देगें, और मुनिशपल एैक्ट कें बारे में ई0ओ0 नगर पालिका ने कहा कि विशेष प्रस्ताव साधारण प्रस्ताव दोनों एक साथ रखे जा सकते है क्योकि विशेष प्रस्ताव के लिये तीन दिन का समय होना चाहिये, और साधारण प्रस्ताव के लिये एक सप्ताह का समय। जो कि यह एजेण्डा एक सप्ताह पहले ही बोर्ड सदस्यों को दिया गया है। रियाज टैक्स इंस्पेक्टर व श्यामलाल अवर अभियन्ता की मौजूदगी न होने के बारे में अध्यक्ष पालिका ने कहा कि क्या यह दोनों लोग नही होगें तो बोर्ड मीटिंग नही होगी।
आखिर क्या कारण था अध्यक्ष पालिका का इस एजेण्डें को पास कराने में-
जब विरोध में रहे सभासदों ने शासन व मुनिशपल एक्ट के नियम व कानून के विपरीत इस एजेडें की बात उठायी व सांसद की ना मौजूदगी की बात उठायी तो पालिका अध्यक्ष द्वारा यह कहा गया कि अगर हम इस बैठक का शासनादेश का उल्लंघन कर रहे है तो हम शासन को जबाब देगें, और दूसरी तरफ सभासदों को इशारे में समझातें हुए कहा कि यह एजेण्डा महत्वपूर्ण है इससे ज्यादा हम कुछ नही कह सकते। अध्यक्ष पालिका के इशारे वाले बातों से सा लगा कि इस एजेण्डें को पास कराने में कोई बहुत गहरा राज छिपा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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