बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू) में फैली अराजकता, छात्राओं पर लाठीचार्ज एवं फायरिंग की घटना के लिए प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय के कुलपति पूरी तरह जिम्मेदार हैं। छात्राओं के साथ हो रहे दुवर््यवहार की शिकायत लगातार कुलपति को मिल रही थी इसके बावजूद भी लापरवाही के चलते तत्काल प्रभावी कदम न उठाने के कारण बीएचयू में इतनी बड़ी घटना घटी। ऐसे में कुलपति को तत्काल बर्खास्त करते हुए आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी छोटी-छोटी बातों का बखान करते हैं, ट्वीट करते हैं, मन की बात करते हैं और जब उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनकी मौजूदगी में विश्व प्रसिद्ध शिक्षा के केन्द्र बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्राओं के साथ इतनी बड़ी अमानवीय घटना घटित हो गयी और वह पूरी तरह संवेदनहीन बने रहे और पूरी तरह चुप्पी साधे रहे। इतना ही नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भी उस दिन वाराणसी में मौजूद रहे। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना ने भारतीय जनता पार्टी की बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ, महिला के सम्मान में-भाजपा मैदान में, जैसे कोरे नारों की कलई खोलकर रख दी है।
श्री सिंह ने मांग की है कि विश्व प्रसिद्ध बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्राओं के साथ हुई घटना के जिम्मेदार कुलपति को बर्खास्त करते हुए इस घटना में सभी दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाय एवं छात्र-छात्राओं पर दर्ज फर्जी मुकदमें बिना शर्त वापस लिये जायें।