भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उ0प्र0 राज्य
मंत्रि परिषद ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्राओं के ऊपर पुलिस द्वारा
किये गये लाठीचार्ज की घोर निंदा करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय के कुलपति
इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं। छेड़खानी के विरूद्ध और अपनी सुरक्षा की
मांगों को लेकर धरने पर बैठी छात्राओं की यह अत्यंत सामान्य मांग थी कि कुलपति
उनके धरने पर जाकर उनसे बात करें। कुलपति की हठवादिता तथा पुलिस के बल पर जबरन
धरनारत छात्राओं का मुंह बंद करने की कोशिश की गयी और स्थिति यहां तक पहुंची
कि छात्राओं पर पुरूष पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उनके छात्रावासों में घुसकर
मारा पीटा। यह आंदोलन पूरी तौर पर विश्वविद्यालय की छात्राओं का था और किसी
छात्र संगठन द्वारा प्रेरित नहीं था। कुलपति का यह बयान और हतप्रभ करने वाला
है कि आंदोलन में बाहरी लोगों का हाथ था। अत्यंत छुद्र मानसिकता का परिचय देते
हुए कुलपति ने छात्रा के साथ हुई छेड़खानी को प्रयोजित तक कह दिया। बीएचयू जहां
के कुलपति के पद को मालवीय जी जैसे लोगों ने गौरवान्वित किया है वर्तमान
कुलपति जी0सी0 त्रिपाठी ने उसकी गरिमा को तार-तार कर दिया।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने कुलपति को तत्काल हटाने की मांग
करते हुए छात्राओं की मुक्कमल सुरक्षा व्यवस्था, छात्रों पर से मुकदमें वापसी
तथा संपूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग की है।