भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरूषों के रास्ते पर चलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपना जीवन भी गरीबों, पिछड़ों और वंचितों को समर्पित कर दिया है। सौभाग्य योजना इसी का उदाहरण है। इस योजना के से देश के उन करीब चार करोड़ घरों में पहली बार बिजली पहुंचेगी जो आजादी के इतने सालों बाद भी नहीं जानते थे कि बिजली की जगमगाहट कैसी होती है। इन घरों में आज भी लोग मोमबत्तियों, लालटेन और ढिबरी के सहारे जिंदगी काटते आए हैं। प्रधानमंत्री जी की अगुवाई में केंद्र सरकार आजादी के सत्तर साल बाद इन घरों में बिजली के कनेक्शन पहुंचाएगी, वह भी मुफ्त में। समाज के आखिरी व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का सपना देखने वाले महान संत पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर देश को इससे बेहतर तोहफा कुछ और नहीं हो सकता। प्रधामनंत्री जी इसके लिए साधुवाद के पात्र हैं।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जिस सौभाग्य योजना की शुरूआत की है उससे न्यू इंडिया का सपना पूरा होगा। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा उन गरीब और वंचित परिवारों को मिलेगा जिनके लिए बिजली हमेशा से एक सपना रही है। आजादी के इतने सालों बाद भी इन परिवारों को नहीं पता था कि बिजली क्या होती है। पर प्रधानमंत्री जी ने विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ऐसे चार करोड़ घरों को चिन्हित किया है जहां आज भी बिजली नहीं आती। अब कोई भी घर बिजली के बगैर नहीं रहेगा और केंद्र सरकार हर परिवार तक बिजली पहुंचाएगी। श्री त्रिपाठी ने कहा कि ये वो परिवार हैं जो विकास की दौड़ में कहीं पीछे छूट गए। बिजली मिलने से उनकी सामाजिक तरक्की के साथ ही साथ आर्थिक तरक्की भी होगी। बिजली मिलने से रोजगार और संचार के बेहतर अवसर भी पैदा होंगे। इन परिवारों के बच्चों की शिक्षा और उनके विकास का भी रास्ता प्रशस्त होगा।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि इससे पूर्व प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की अगुवाई में ही केंद्र सरकार ने उन गांवों और मजरों तक बिजली पहुंचाने का काम किया था जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची थी। पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत गांव गांव और मजरों मजरों तक बिजली पहुंचाई गई। इस योजना से उन लाखों गांवों और मजरों को फायदा पहुंचा जो आजादी के बाद से बिजली की सुविधा से छूटे हुए थे। इस योजना के तहत गांव गांव तक बिजली के खंभे और तार दौड़ाए गए। अकेले यूपी में करीब 26 हजार गांवों को इस योजना का सीधा फायदा मिला। अब सौभाग्य योजना उन चार करोड़ परिवारों के लिए सौभाग्य की वजह बनेगी। आम जनता और गरीब परिवारों के लिए प्रतिबद्धता के लिए प्रधानमंत्री जी बधाई के पात्र हैं।