उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज नवयुग रेडियंस सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल के स्थापना दिवस पर नवनिर्मित हलवासिया हाॅल का उद्घाटन किया तथा नवयुग रेडियंस की गोमती नगर शाखा का शिलान्यास किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक श्री सुधीर हलवासिया, न्यायमूर्ति श्री कमल किशोर, पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री के0एल0 गुप्ता, पूर्व महापौर दाऊजी गुप्ता सहित विद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावकगण भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं एवं उनकी शिक्षिकाओं को भी सम्मानित किया।
राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी संस्था का स्थापना दिवस महत्वपूर्ण होता है। स्थापना दिवस आत्मावलोकन का अवसर होता है जिसमें अब तक क्या किया उसका लेखा-जोखा तथा आगे क्या करना है उस पर भी विचार करना चाहिए। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे अपने छात्र धर्म का पालन करें। यहाँ धर्म का अर्थ कर्तव्य और दायित्व से होता है। उन्होंने कहा कि ज्ञानार्जन से मनुष्य और अन्य प्राणि में अंतर देखने को मिलता है।
श्री नाईक ने कहा कि छात्राएं केवल किताबी कीड़ा न बनें बल्कि व्यायाम के साथ उन्हें आत्मरक्षा का भी प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए। गुणवत्तापरक शिक्षा सफलता का मार्ग है। समय बदल रहा है। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। उन्होंने बताया कि 1954 में जब उन्होंने बी0काम0 परीक्षा पास की थी तब 150 छात्रों में केवल 4 छात्राएं थी। आज 45 प्रतिशत छात्राएं स्नातक कक्षाओं में हैं। उन्होंने कहा कि कुलाधिपति के तौर पर उन्होंने पाया है कि उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 65 प्रतिशत पदक छात्राएं प्राप्त कर रही हैं।
राज्यपाल ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं प्रतिनिधित्व कर रही हैं। पूर्व में छात्राएं केवल नर्सिंग और शिक्षण के क्षेत्र में सेवा करती थीं जबकि अब प्रशासनिक सेवा से लेकर सेना तक में महिलाएं हैं। हमारे देश की रक्षा मंत्री भी महिला है। महिला सशक्तीकरण के लिए यह एक शुभ चिन्ह है। भ्रूण हत्या, बाल विवाह, दहेज हत्या आदि रोकने में महिलाएं महत्वूपर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो देश भी आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम में प्रबंध श्री सुधीर हलवासिया ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा विद्यालय की छात्राओं ने देशभक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर राज्यपाल का सम्मान अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर किया गया।