चिन्हित जनपदों में 06 माह से 03 वर्ष की आयु वर्ग तक के कमजोर बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर आवश्यक चिकित्सकीय सुविधायें ग्राम, ब्लाॅक एवं जनपद स्तर पर कुपोषित बच्चों को उपलब्ध कराने हेतु माइक्रो प्लान बनाया जाये: राजीव कुमार
आगामी 24 एवं 27 अक्टूबर को प्रस्तावित वजन दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत
सम्बन्धित जनपदों में बच्चों का वजन कराकर आवश्यक चिकित्सकीय
सुविधायें समय से उपलब्ध कराई जायें: मुख्य सचिव
जनपदों में शुद्ध पेयजल एवं अन्य आवश्यक सुविधायें प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराकर कुपोषण से बच्चों को बचाने हेतु अभिभावकों को जागरूक किया जाय: राजीव कुमार
लखनऊ: 23 सितम्बर, 2017
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के कुपोषण से ग्रसित चिन्हित 39 जनपदों के गांवों को कुपोषण मुक्त गांव घोषित कराने हेतु 06 माह से 03 वर्ष की आयु वर्ग तक के कमजोर बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर आवश्यक चिकित्सकीय सुविधायें ग्राम, ब्लाॅक एवं जनपद स्तर पर कुपोषित बच्चों को उपलब्ध कराने हेतु माइक्रो प्लान बनाकर विशेष अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि आगामी 24 एवं 27 अक्टूबर को प्रस्तावित वजन दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत सम्बन्धित जनपदों में बच्चों का वजन कराकर आवश्यक चिकित्सकीय सुविधायें समय से उपलब्ध कराई जायें। उन्होंने कहा कि चिन्हित सम्बन्धित जनपदों में कुपोषण से ग्रसित बच्चों को आवश्यक चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराकर कुपोषण मुक्त जनपद एवं गंाव बनाने हेतु वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने हेतु कुपोषित बच्चों को आवश्यक चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों को भेजने हेतु निरन्तर माॅनिटरिंग सुनिश्चित कराई जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में शाबरी संकल्प अभियान योजना के अन्तर्गत प्रदेश में अच्छा पोषण, अच्छा स्वास्थ्य, बच्चे का हो पूर्ण विकास के संकल्प को शत-प्रतिशत पूर्ण कराने हेतु सस्टेनिंग हेल्थ एण्ड न्यूट्रिशन अबव रेड इन्डिकेटर की बैठक कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने प्रदेश के चिन्हित 39 शाबरी (ैभ्।ठत्प्) जनपद- मैनपुरी, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फतेहपुर, कौशाम्बी, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, बलरामपुर, गोण्डा, श्रावस्ती, आजमगढत्र, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, सन्तकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, इटावा, फर्रूखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, हरदोई, खीरी, रायबरेली, सीतापुर, बुलन्दशहर, भदोही, मिर्जापुर, चन्दौली, गाजीपुर, जौनपुर एवं गोरखपुर में कुपोषित बच्चों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित चिन्हित जनपदों में विभागीय नोडल अफसर नामित कर कुपोषित गांव को एडाॅप्ट लेने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चिन्हित कुपोषित जनपदों, गांव एवं ब्लाॅकों में कार्य योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु जनपद एवं मण्डल स्तर पर निरन्तर माॅनिटरिंग अवश्य सुनिश्चित कराई जाये।
श्री राजीव कुमार ने यह भी निर्देश दिये कि चिन्हित सम्बन्धित जनपदों में अभियान के सफलता हेतु रिक्त पदों पर अनुभवी कर्मियों की तैनाती प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि विभागीय कार्य योजना में गति लाने हेतु एक विस्तृत गाइडलाइन सम्बन्धित कर्मियों को निर्गत कर सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों द्वारा निरन्तर माॅनिटरिंग सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि कार्य योजना के टाइमलाइन पूर्ण होने के उपरान्त थर्ड पार्टी से मूल्यांकन का कार्य भी सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में शुद्ध पेयजल एवं अन्य आवश्यक सुविधायें प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराकर कुपोषण से बच्चों को बचाने हेतु अभिभावकों को जागरूक किया जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव, वित्त श्री संजीव कुमार मित्तल, प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशान्त त्रिवेदी, सचिव, बाल विकास एवं पुष्टाहार श्रीमती अनीता मेश्राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।