लखनऊ 21 सितम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव की स्थिति ‘खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे’ वाली हो गई है। यही वजह है कि जब पत्रकार उनसे सपा नेताओं के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आने की बात पूछते है तो श्री अखिलेश यादव केवल यही कहते है कि प्रसाद देकर उनके नेताओं को तोड़ा गया है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री यादव द्वारा बार-बार दिया जा रहा यह बयान उनके बारे में तीन बातें पुख्ता कर रहा है। पहला, श्री अखिलेश यादव जान कर हिंदू पूजा पद्धति का मजाक उड़ा रहे है ताकि मुसलमानों को खुश किया जा सके। दूसरा, जिस अंदाज में वह यह बात कहते है उससे उनका लड़कपन जाहिर होता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनमें राजनीतिक परिपक्वता की कितनी कमी है। तीसरा, विधान सभा चुनाव में जिस तरह से प्रदेश की जनता ने भाजपा को अपना आशीर्वाद रूपी प्रसाद दिया और श्री अखिलेश यादव चारों खाने चित्त हो गए उसकी हताशा से वे अभी तक उबर नहीं पाये हैं। यही प्रसाद लगातार उनके सपने में घूम रहा है। जो शख्स अपने पिता का आशीर्वाद रूपी प्रसाद न ले पाने की क्षमता रखता हो उससे बड़ा गैर राजनीतिक व्यक्ति कोई हो ही नहीं सकता है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि यह बात चुनाव हारने के बाद श्री अखिलेश यादव के कार्यकलाप पर साफ दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री के रूप में श्री अखिलेश यादव के इसी लड़कपन ने उत्तर प्रदेश को बदहाल प्रदेश बना दिया था। अपनी गल्तियों से सीख लेने की बजाय चुनाव हारने के बाद श्री यादव और बचकानी हरकतें कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने स्वयं ही ऐसे लोगों को अपने से दूर कर दिया है जो उनपर नियंत्रण रख सकें।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पूर्व बसपा नेता इंद्रजीत सरोज को सपा में शामिल कराकर श्री अखिलेश यादव एक बार फिर लड़कपन में ऐसा सपना देख रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में वह यूपी में सरकार बनाएंगे। अब यह केवल उनका एक सपना ही रहेगा क्योंकि अगले चुनाव में भी जनता का ‘प्रसाद’ उन्हें नहीं मिलेगा।