लखनऊ - उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने जनपद प्रतापगढ़ के मनगढ़ स्थित कृपालु धाम आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भगदड़ में मरने वालों के आश्रितों को ढाई-ढाई लाख रूपये तथा गम्भीर रूप से घायल प्रत्येक व्यक्ति को 75 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि यह धनराशि पीड़ितों को एक-दो दिन के अन्दर निश्चित रूप से मिल जानी चाहिए। उन्होंने इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा को हवा-हवाई बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से अभी कोई धनराशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस मामले में कृपालु आश्रम के मैनेजर श्री हिरणमय चटर्जी तथा आश्रम प्रशासन से जुड़े दो अन्य व्यक्ति श्री शिवकुमार तथा अमित को गिरतार कर लिया गया है।
मुख्यमन्त्री अपने सरकारी आवास 5-कालिदास मार्ग पर प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ की घटना के अगले दिन कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र की सरकार ने झूठी वाह-वाही लूटने के इरादे से मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रूपये प्रति मृतक के आश्रित परिवार व 50-50 हजार रूपये गम्भीर रूप से घायलों को आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की थी। यह घोषणा अभी तक महज एक हवा-हवाई घोषणा ही बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की केन्द्र सरकार की यह घोषणा महज राजनीतिक और स्वार्थ से प्रेरित थी। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस दु:खद घटना का उपयोग महज अपनी राजनीति चमकाने के लिए किया।
सुश्री मायावती ने कहा कि यह इस बात का उदाहरण है कि कांग्रेस पार्टी तथा अन्य विरोधी पार्टियां जनता के हित में जो भी आश्वासन देती हैं, उस पर कभी अमल नहीं करती हैं। यह सभी पार्टियॉं सस्ती वाह-वाही लूटने और जनता को गुमराह करने के इरादे से ऐसी घोषणाएं करती रहती हैं। इसके ठीक विपरीत बी0एस0पी0 की सोच व कार्यशैली इन पार्टियों की तुलना में अलग है। बी0एस0पी0 जो कहती है हमेशा करके दिखाती है और उसकी कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं होता। उन्होंने इस सम्बन्ध में बी0एस0पी0 सरकार की कार्यशैली का एक उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले दिनों कुछ जनपदों में जहरीली शराब तथा िस्प्रट पीने की कुछ घटनाओं में कई लोगों की मृत्यु हो गई थी और कई लोग बीमार पड़ गये थे। राज्य सरकार ने इन वारदातों के दोषियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की और प्रत्येक मृतक परिवार को एक लाख रूपये तथा प्रत्येक बीमार को 50-50 हजार रूपये देने की घोषणा की थी। यह धनराशि एक-दो दिन के अन्दर ही प्रभावित व्यक्तियों को उपलब्ध करा दी गई।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रतापगढ़ में हुई दुर्घटना में पीड़ितों के लिए केन्द्र सरकार ने आर्थिक सहायता की घोषणा तो की, परन्तु राज्य सरकार को इस सम्बन्ध में अभी तक एक फूटी कौड़ी भी उपलब्ध नहीं कराई है, जिससे उनकी सरकार केन्द्र के रवैये से बेहद दु:खी है। इसके साथ ही उनकी सरकार को प्रतापगढ़ घटना के पीड़ितों से पूरी हमददीZ और मृतकों के आश्रितों का पूरा ख्याल भी है। उन्होंने कहा कि जैसे ही इस दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिली, उन्होंने अधिकारियों को तत्काल युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही मन्त्रिमण्डल के दो वरिष्ठ कैबिनेट मन्त्रियों श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा श्री स्वामी प्रसाद मौर्य को तत्काल घटना स्थल पर रवाना करके उनके देख-रेख में राहत व बचाव कार्य सम्पन्न कराने के निर्देश दिये।
सुश्री मायावती ने कहा कि इस मामले में उनके मन्त्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर ने गत् 05 मार्च को एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से इस घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी दी तथा उनके (मुख्यमन्त्री) मीडिया को अवगत भी कराया। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में उन्होंने अपने सांसदों के माध्यम से केन्द्र सरकार को किये गये आग्रह को लेकर यह उम्मीद की थी कि केन्द्र सरकार जल्द ही हादसे के मृतकों के आश्रित परिवारों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता जरूर उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच इलाहाबाद मण्डल के आयुक्त कर रहे हैं। उन्होंने प्रारिम्भक जांच शासन को सौंप दी है, जिसकी जानकारी मीडिया को दी जा चुकी है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि मण्डलायुक्त ने अपनी जांच आख्या में विधिसम्मत् कार्यवाही करने की सिफारिश भी की है, जिसके क्रम में प्रकरण की विवेचना एक राजपत्रित पुलिस अधिकारी द्वारा की जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्हें बताया गया है कि आश्रम के मैनेजर श्री हिरणमय चटर्जी तथा आश्रम प्रशासन से जुड़े दो अन्य व्यक्ति श्री शिव कुमार तथा श्री अमित को आज अपराह्न गिरतार कर लिया गया है। उन्होंने इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस के नेताओं को अपेक्षा की कि राज्य सरकार पर गैरजरूरी और अनर्गल टीका-टिप्पणी करना बन्द कर दें। इसके स्थान पर कांग्रेस के लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए प्रभावित लोगों के लिए घोषित की गई धनराशि को दिलाने के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बनायें। उन्होंने कांग्रेस के लोगों से यह भी कहा कि वे अपनी ऊर्जा का उपयोग जनता की भलाई में करें और निरर्थक राजनीति करना बन्द करें तथा जमीनी हकीकत को समझते हुए जनता के हितों में कार्य करें।
सुश्री मायावती ने मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रतापगढ़ की घटना में उनके द्वारा लिए गए स्टैण्ड से यदि केन्द्र सरकार की ऑखें खुलती हैं और वह आर्थिक मदद उपलब्ध कराती है तो राज्य सरकार उसे वापस न करके उस धनराशि को भी पीड़ित परिवारों को तत्काल उपलब्ध करा देगी। महिला आरक्षण विधेयक के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमन्त्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में उनकी पार्टी अपने मत को पहले ही स्पष्ट कर चुकी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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