उत्तर प्ररेश के मुख्यमंत्री योगी सरकार द्वारा पिछले 15 वर्षो के कुशासन पर जारी श्वेत पत्र का भाजपा ने स्वागत किया है। योगी सरकार का श्वेत पत्र पूर्ववर्ती सपा-बसपा सरकारों के लूट-खसोट और आंकठ भ्रष्टाचार को उजागर करने वाला है।
प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि बिगत डेढ़ दशक के दौरान सूबे की कानून व्यवस्था से लेकर सरकारी विभागों में नियुक्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार इस बात का प्रमाण है कि पिछली सरकारों ने राज्य को किस प्रकार से लूटा है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित परीक्षाओं में भ्रष्टाचार से युवाओं का इस पवित्र संस्था से विश्वास उठ गया था। प्रतिभावान युवा कुंठाग्रस्त हो रहे थे। छह माह पूर्व उत्तर प्रदेश की कमान भाजपा की योगी सरकार के हाथों आई है। भाजपा सरकार ने एक अप्रैल 2012 से 31 अप्रैल 2017 तक हुई भर्तियों की जांच सीबाआई से कराए जाने का निर्णय लिया। अब धीरे-धीरे करके युवाओं का ऐसी संस्थाओं पर विश्वास बढ़ेगा। किसानों में हताशा थी। अपराध चरम पर था। एसपी, डीएसपी, दरोगा और सिपाहियों की हत्या सपा सरकार में आम हो गयी थी। अपराधी खुलेआम छुट्टा घूम रहे थे। भाजपा सरकार राज्य स्तर पर अपराधियों पर नकेल कसने कामयाब हो रही है। अपराधी राज्य छोड़कर भाग रहे हैं या फिर पुलिस द्वारा मारे जा रहे हैं। यह वही पुलिस है जो गत सरकारों में पिटती रही है। इससे सरकार की राजनीतिक मंशा स्पष्ट होती है।
प्रदेश प्रवक्ता श्री शुक्ल ने कहा कि पिछली सरकार ने राज्य को आर्थिक दृष्टि से भी बहुत पीछे धकेल दिया था। राज्य कर्ज तले दबा दिया गया। 31 मार्च 2007 को यूपी सरकार की ऋणग्रस्तता 1,34, 915 करोड़ थी जो 31 मार्च 2017 को बढ़कर 3, 34, 775 करोड़ हो गयी। दस वर्षों में ऋण करीब ढ़ाई गुना हो गया। योगी सरकार राज्य की जनता की अपेक्षाओं पर शतप्रतिशत खरा उतरने का प्रयास कर रही है।