रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने श्वेतपत्र जारी कर पिछले पन्द्रह वर्ष की सरकारों पर आरोपों की बौछार की है। शायद श्री योगी जी यह भूल गये हैं कि प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप काम न करने के कारण पिछली सरकारों की पार्टियों को जनता ने स्वयं सजा दी है जिसका परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी और श्री योगी सत्ता में मौजूद हैं।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने आज मुख्यमंत्री द्वारा जारी किये गये श्वेतपत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि श्री योगी ने कहा है कि दो दिन बाद वह 6 माह की अपनी उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे, योगी जी कृपया 6 महीने में ध्वस्त कानून व्यवस्था के बारे में भी बताने का कष्ट करेंगे। क्या योगी जी बाबा राघव दास मेडिकल कालेज गोरखपुर में मासूम बच्चों तथा फर्रूखाबाद में मासूमों की हुई हत्या पर अपनी उपलब्धियों में गिनायेंगे। क्या योगी जी अपनी उपलब्धियों में प्रदेश की जनता को बतायेंगे कि कितने बेरोजगार युवाओं को काम देने में सफल हुए? क्या योगी जी को यह पता है कि जिस कर्जमाफी का ढिंढोरा पीटकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं योगी जी ने प्रदेश के किसानों के बीच वादा किया था कि कैबिनेट की पहली बैठक में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जायेगा किन्तु काफी दिनों बाद जो कर्ज माफ किया गया उसकी राशि 9 रूपये, 15 रूपये और 100 रूपये हैं क्या इसी कर्जमाफी का बयान करके किसानों को गुमराह नहीं किया गया?
श्री त्रिपाठी ने प्रश्न किया है कि दो दिन बाद अपनी सरकार की जिन उपलब्धियों को जनता के समक्ष रखना चाहते हैं क्या उनमें कहीं भी किसी भी बिन्दु पर उन्होने सफलता हासिल की है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि अगर योगी जी को अपने 6 माह की उपलब्धियों पर इतना भरोसा है तो जनता के बीच से चुनाव लड़कर जनप्रतिनिधि बनने के बजाय चोर दरवाजे से विधान परिषद में क्यों आये। क्योंकि श्री योगी जानते हैं कि जनता इनकी कथित उपलब्धियों से निराश और इन्हें इन उपलब्धियों पर किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं देगी।