भारतेन्दु हरिष्चन्द्र जी के 167 वें जयन्ती महोत्सव पर श्री भारतेन्दु समिति, कोटा (राजस्थान) द्वारा लखनऊ के सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री अखिलेष निगम ’अखिल’ को साहित्य श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। अखिलेष निगम वर्तमान में उ0प्र0 सतर्कता अधिश्ठान लखनऊ में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं तथा उन्होंने कविता, कहानी और समीक्षा के क्षेत्र में छह से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं, तथा उन्हें देष की विभिन्न साहित्यिक, सांस्कृतिक संगठनों द्वारा विभिन्न सम्मानों से समय-समय पर सम्मानित किया जाता रहा है।
भारतेन्दु समिति, कोटा 90 वर्श पुरानी संस्था है जो कि प्रतिवर्श देष के विभिन्न प्रान्तों के उन साहित्यकारों को सम्मानित करती है जो हिन्दी के उन्नयन एवं विकास में उल्लेखनीय योगदान देते हैं। दो दिवसीय सम्मेलन में प्रथम दिवस आमन्त्रित कवियों द्वारा काव्यपाठ हुआ, दूसरे दिन हिन्दी भाशा का दैनिक जीवन में उपयोग विशय पर संगोश्ठी आयोजित की गई, जिसके मुख्य अतिथि श्री विठ्ठल पारीक, पूर्व सचिव, ब्रजभाशा अकादमी जयपुर तथा अध्यक्षता श्री अखिलेष निगम ’अखिल’ ने की, संगोश्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने आम जनता से दैनिक जीवन में हिन्दी का अधिकाधिक उपयोग करने, हिन्दी भाशा को रोजगार का माध्यम बनाये जाने तथा विभिन्न भाशाओं में एकता स्थापित करने का बल दिया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में श्री भारतेन्दु समिति द्वारा विभिन्न प्रान्तों के 20 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया जिसमें उ0प्र0 से अखिलेष निगम ’अखिल’ के अतिरिक्त डा0 राजकुमार रंजन (आगरा), श्री अन्जीव अन्जुम (मथुरा) डा0 यासमीन (मेरठ) एवं सुश्री रजनी सिंह (आगरा) को साहित्य श्री सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम के संयोजक श्री राजेष कृश्ण बिड़ला द्वारा आमन्त्रित अतिथियों एवं जनमानस का आभार व्यक्त किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन श्री रामेष्वर षर्मा द्वारा किया गया।