भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कुशीनगर में भाजपा सरकार पर लगाए गये आरोपों को अवसाद का परिणाम बताया। श्री त्रिपाठी ने पलटवार कर कहा कि अखिलेश यादव सच्चाई को अब तक स्वीकार नहीं कर पा रहे है, उन्हें अवसाद से बाहर आना चाहिए। लोकसभा में मिली पराजय से यदि सपा ने सबक सीखा होता तो विधानसभा चुनाव में सपा की यह दुर्गति ना हुई होती। सपा शासनकाल में जिस तरह अराजकता का बोलबाला था, पत्रकारों पर पूरे देश में सर्वाधिक हमले उ0प्र0 में ही हुए। पत्रकारों को जलाकर मार डाला गया और तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आरोपी सपा नेताओं व अपराधियों के संरक्षण में लगे रहे।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि आज अखिलेश यादव कर्नाटक की हत्या पर आंसू बहाकर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है। सपा को जिसका साथ पंसद है उसी कांग्रेस की कर्नाटक में सरकार है। अखिलेश अपने साथियों पर दबाव बनाएं कि वो हत्याकांड का खुलासा करें। अखिलेश यादव के बयान स्तरहीन हंै, हताशा और अवसाद से घिरे हुए है। अखिलेश जी को अपने परिवार को वक्त देना चाहिए ताकि पारिवारिक विवाद की उलझने सुलझा सकंे।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि मोदी जी की लोकप्रियता और योगी जी की सक्रियता ने अखिलेश यादव की घबराहट को बढ़ा दिया है। जीएसटी और नोटबंदी जैसे आर्थिक सुधार के बड़े कदमों को नकार कर अखिलेश अपने नकारे जाने के कारणों से और दूर जा रहे है।