विद्यालयों में स्वच्छता के महत्व का उल्लेख करते हुए निबन्ध व कविता आदि के
साथ-साथ वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित करायी जाएंगी
छात्र-छात्राओं को शौचालय के उपयोग के साथ ही खाने से पहले हाथों को
ठीक से साफ करने एवं स्वच्छ जल पीने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा
उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जैसवाल ने कहा है कि 15 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2017 तक स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेश के सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश के लगभग 1 लाख 60 हजार राजकीय विद्यालयों के करीब 01 करोड़ 42 लाख छात्र-छात्राआंे को स्वच्छता के महत्व की जानकारी देते हुए उन्हें अपने जीवन में स्वच्छता को विशेष महत्व देते हुए इसे अपनाने पर बल दिया जाएगा।
श्रीमती जैसवाल ने कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान विद्यालयों में साफ-सफाई एवं बच्चों की व्यक्तिगत हाईजीन पर विशेष जोर दिया जाएगा। विद्यालयों में स्वच्छता के महत्व का उल्लेख करते हुए निबन्ध व कविता आदि के साथ-साथ वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित करायी जाएंगी। राज्य सरकार के इस प्रयास से छात्र-छात्राओं में बचपन से ही स्वच्छता के संस्कार बनेंगे। उन्हांेने कहा कि अधिकांश बीमारियां गन्दगी एवं प्रदूषित जल से होती हैं, इसलिए छात्र-छात्राओं को घर एवं स्कूल में बने शौचालय के उपयोग के साथ ही खाने से पहले हाथों को ठीक से साफ करने एवं स्वच्छ जल पीने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा।