पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह समिति द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता 26 अगस्त 2017 को 11ः00 बजे से 12ः30 बजे पूरे प्रदेश में सम्पन्न हुई थी किन्तु बाढ़ प्रभावित होने के कारण 8 जिलें (गोरखपुर जिला, गोरखपुर महानगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा संतकबीर नगर) और धारा-144 लगने के कारण 8 जिले (मेरठ, जिला मेरठ महानगर, बागपत, गाजियाबाद जिला, गाजियाबाद महानगर, हापुड़, नोएडा महानगर तथा बुलन्दशहर) 16 जिलों में परीक्षा सम्पन्न नही हो सकी थी जो 07 सितम्बर 2017 को परीक्षा अलग प्रश्न-पत्र के साथ सम्पन्न करायी जा रही है। इस प्रतियोगिता के प्रदेश संयोजक सुभाष यदुवंश ने बताया कि परीक्षा के प्रथम-चरण में 9,500 से अधिक विद्यालयों की भागीदारी रही तथा कक्षा-9 और कक्षा-10 के, 10 लाख, से अधिक छात्र-छात्रायें सम्मिलित हुये। किसी गैर-सरकारी संस्था द्वारा कराये जाने वाली यह दुनिया की सबसे बड़ी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता है। जिसमें इतनी बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया। परीक्षा के द्वितीय चरण में शेष 16 जिलों के 1600 से अधिक विद्यालयों में बनाये गये परीक्षा केन्द्रों पर 2 लाख 50 हजार से अधिक छात्र-छात्रायें परीक्षा देंगे। तैयारियों के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए प्रदेश संयोजक सुभाष यदुवंश ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए पूरे प्रदेश को 1500 मण्डलों में बाँटा गया। प्रत्येक मण्डलों में 10 विद्यालय के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया और प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम 100 छात्रों का पंजीकरण निर्धारित किया गया। प्रत्येक विद्यालय को स्वंय अपना केन्द्र बनाया गया। इस प्रतियोगिता के लिए पूरे प्रदेश में एक व्यापक संगठनात्मक रचना तैयार कि गयी। 11 सदस्यीय प्रदेश टीम, 6 सदस्यीय क्षेत्रीय टीम, 11 सदस्यीय जिला समिति टीम तथा 11 सदस्यीय मण्डल समिति टीम का निर्माण किया गया। मण्डल समिति का प्रत्येक सदस्य को विद्यालय प्रमुख का दायित्व दिया गया तथा विद्यालय परिवार के एक व्यक्ति को विद्यालय सह-प्रमुख बनाया गया। जिला समिति के प्रत्येक सदस्य को एक मण्डल का प्रभारी बनाया गया, क्षेत्रीय समिति के एक व्यक्ति को जिलों का प्रभारी बनाया गया और प्रदेश समिति के सभी सदस्यों को एक-एक क्षेत्र का प्रभार दिया गया। इसके साथ ही साहित्य समिति, प्रश्न-पत्र समिति, माॅनिटरिंग सेल तथा कन्ट्रोल रूम बनाया गया। 30 मई 2017 को पहली प्रदेश बैठक की गयी। सभी 92 जिलों में बैठके और कार्यशाला का आयोजन किया गया। 16 जुलाई 2017 कों प्रदेश की कार्यशाला की गयी।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की चर्चा करते हुए प्रदेश संयोजक सुभाष यदुवंश ने बताया की इस प्रतियोगिता के माध्यम से कक्षा-9 और कक्षा-10 के बच्चे जो उत्तर प्रदेश के भविष्य है, उनमें भारतीय संस्कृति, उत्तर प्रदेश का इतिहास, यहाॅ के उद्योग-धन्धे, उत्तर प्रदेश के पर्यटक स्थल, धार्मिक स्थल, हमारे महापुरूष के ज्ञान, सामान्य ज्ञान के वृद्धि सहित बच्चो का मानसिक और शैक्षणिक विकास होगा। प्रतियोगिता का परिणाम 15 सितम्बर 2017 और पुरस्कार वितरण पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन्म दिवस 25 सितम्बर 2017 को आयोजित किया जाएगा। पूरे कार्यक्रम में व्यवस्थित संचालन में प्रदेश टीम के समीर सिंह, डाॅ चन्द्रमोहन, चन्द्रभूशण पाण्डेय, भावना सिंह, मनोज श्रीवास्तव, राकेश पाण्डेय, मिथिलेश कुमार, आलोक पाण्डेय, अजय श्रीवास्तव, विनोद शर्मा, विनीत मालवीय, अवनीश, सूरज सिंह सहित शोभित शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा तथा यह टीम पिछले 3 महीने से अनवरत काम कर रही है।