भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने मेट्रो स्टेशन व प्लेटफार्म पर सपाईयों के हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए निन्दा की। श्री त्रिपाठी ने कहा मेट्रो चलने से लखनऊवासी उत्साहित हैं लेकिन सपाई हताश हैं। मेट्रो ट्रेन के संचालन के पहले दिन जिस तरह से अखिलेश यादव की ‘जवानी कुर्बान टीम’ ने पूर्व नियोजित तरीके से हंगामा व उत्पात किया है वह उनकी हताशा को दिखा रहा है। विकास की योजनाओं को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन मेट्रो रेल परियोजना का श्रेय लूटने की कोशिश में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिना प्रोजेक्ट के पहला चरण पूरा हुए ही ‘ट्रायल रन’ का उद्घाटन कर दिया था जो पूरे विश्व में अकेला, अनूंठा व हास्यास्पद रहा है और उस कार्यक्रम में भी केन्द्र सरकार के मंत्री, लखनऊ के सांसद व महापौर को नहीं बुलाकर राजनीतिक मर्यादाओं को ताक पर रख दिया था। सपाई मेट्रो के विधिवत उद्घाटन पर व्यर्थ विलाप कर रहे है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि लखनऊ मेट्रो प्रोजेक्ट में राज्य सरकार की 14.58 फीसदी (1003 करोड़ रूपये) योगदान के मुकाबले केन्द्र सरकार के 14.58 फीसदी व केन्द्र सरकार द्वारा गारण्टी किए गये ऋण जो 50.91 फीसदी (3502 करोड़ रूपये) है, को दरकिनार कर अखिलेश यादव इस पूरे प्रोजेक्ट का श्रेय अकेले लेना चाह रहे थे। विधानसभा चुनावों में लाभ लेने के उद्देश्य से आनन-फानन में अपूर्ण परियोजना के ‘ट्रायल रन’ का ही उद्घाटन कर दिया, लेकिन जनता सब जानती है और इसीलिए इसके विधिवत उद्घाटन का अवसर जनादेश देकर योगी आदित्यनाथ जी को दे दिया।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी को उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था लेकिन वो राजनैतिक कारणों से आने के बजाय ट्विटर पर ही सक्रिय रहे और बौखलाहट का भद्दा प्रदर्शन किया, जिससे लखनऊवासी भी असहज महसूस करते रहे। बेहतर होता कि अखिलेश यादव व उनकी टीम प्रदर्शन करने के बजाय लखनऊवासियों की खुशियों के इन क्षणों में शामिल होती।