प्रदेश में बाढ़ ने कहर बरपा दिया है। प्रदेश के लगभग 28 जिलों में आम जनता बाढ़ से प्रभावित है। लाखों की संख्या में परिवार बेघर हो गये हैं और हजारों की संख्या में गांव बाढ़ की चपेट में हैं। अब तक सैंकड़ों की संख्या में बाढ़ से जनधन एवं पशुधन की हानि हो चुकी हैं और बाढ़ प्रभावित खुले आसमान में जीने के लिए विवश हैं। हजारों एकड़ कृषि जलमग्न हो गयी है किसानों की धान की फसल बाढ़ में डूबकर बर्बाद हो गयी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की जनता भोजन, पानी और चिकित्सा के लिए त्राहि-त्राहि कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकान्त पाण्डेय ने आज जारी बयान में कहा कि इस भीषण बाढ़ में राहत के नाम पर भारतीय जनता पार्टी थोड़ी सी राहत सामग्री के साथ फोटो खिंचाकर मार्केटिंग करने का काम बखूबी कर रही है। आम जनता की संवेदना से इनका दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं रह गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि भीषण बाढ़ और गोरखपुर में सैंकड़ों नौनिहालों की दर्दनाक मौत से आम जनता का ध्यान हटाने के लिए कई हथकण्डे प्रदेश की भाजपा सरकार अपनाकर लोगों का ध्यान भटका रही है।
श्री पाण्डेय ने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह तत्काल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर वहां के किसानों की बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिये जाने के साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के सभी प्रकार के सरकारी व सहकारी कर्जों को माफ किया जाये तथा इस दैवीय आपदा के चलते मरने वालों तथा बेघर हुए लोगों को समुचित मुआवजा प्रदान किया जाये।