उत्तर प्रदेश में बाढ़ की विभीषिका से एक ओर जहां भारी जनधन एवं पशुधन की हानि हो रही है वहीं दूसरी ओर बाढ़ के चलते लोगों के खाने-पीने के सामान, रोज-मर्रा की चीजों एवं पशुओं के चारे के नष्ट हो जाने सेे एवं स्वच्छ पेयजल के अभाव के चलते और भी गंभीर समस्या पैदा हो गयी है। इतना ही नहीं बाढ़ के पानी से तमाम गंभीर बीमारियों के उत्पन्न होने से महामारी फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आर0ए0 प्रसाद ने आज जारी बयान में कहा कि प्रदेश के लगभग दो दर्जन से अधिक जनपद बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। सैंकड़ों लोगों की बाढ़ से असमय मौत हो चुकी है। व्यापक पैमाने पर पशुधन की हानि हो चुकी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध न होने के चलते लोग बीमार हो रहे हैं किन्तु दवाओं एवं चिकित्सीय सुविधा के अभाव में लोग असमय काल के गाल में समां रहे हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि तमाम स्थानों से सूचना मिल रही है कि तमाम जगहों पर गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं किन्तु नाव की व्यवस्था न होने से लोग गांवों से निकल नहीं पा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार को बाढ़ से घिरे हुए गांवों एवं इलाकों में नावों की समुचित व्यवस्था तत्काल करानी चाहिए ताकि लोग आसानी से गांवों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जा सकें जहां उन्हें रोज-मर्रा की जरूरी वस्तुएं एवं दवाएं आदि मुहैया हो सके।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर सांसद ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि वह बाढ़ प्रभावित जनपदों में प्रत्येक प्रकार की वसूली पर तत्काल रोक लगाये। इसी के साथ ही उन्होने कांग्रेसजनों से अपील की है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ पीडि़तों की हरसंभव मदद करें। उन्होने पार्टी के सभी प्रकोष्ठों एवं विभागों को निर्देशित किया है कि वह तत्काल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाकर समुचित उपचार करायें, स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करायें एवं जहां पर महामारी फैलने का सर्वाधिक खतरा है वहां के उच्च अधिकारियों से मिलकर महामारी को रोकने हेतु प्रभावी कदम उठाये जाने हेतु प्रयास करें।