भारत रत्न- पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 राजीव गांधी जी की जयन्ती के अवसर पर कल दिनांक 20अगस्त 2017 को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने बताया कि प्रातः 10.00 बजे कालीदास मार्ग चौराहे पर स्थित स्व0 राजीव जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जायेगा तत्पश्चात प्रातः 10.20 बजे माल एवेन्यू चौराहे पर स्थित स्व0 राजीव जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण होगा। इसके उपरान्त प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सभागार में प्रातः 10.30 बजे उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद द्वारा स्व0 राजीव जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है, इस अवसर पर राजीव गांधी स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम की लांचिंग, जिसके तहत कल ही एक टीम श्री दीपक सिंह एमएलसी के नेतृत्व में तथा दूसरी टीम श्रीमती अराधना मिश्रा मोना विधायक के नेतृत्व में क्रमशः सिविल हास्पिटल एवं बलरामपुर हास्पिटल में मरीजों की समस्याओं को सुनना, उनकी समस्याओं को सूचीबद्ध करना एवं समस्याओं से सम्बन्धित अस्पताल के डाक्टरों से संवाद स्थापित कर समस्याओं का समाधान कराना एवं मरीजों को फल वितरण किया जायेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा पूर्वान्ह 11.00 बजे ही आर्यसमाज मन्दिर राजाजीपुरम में चिकित्सा शिविर, पूर्वान्ह 11.30 बजे से अपरान्ह 1.30 बजे तक प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय पर रक्तदान शिविर तथा युवा कांग्रेस द्वारा मध्यान्ह 12.00 बजे कमाण्ड हास्पिटल, कैण्ट में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है।
श्री मदान ने बताया कि कल लांच होने वाला राजीव गांधी स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम आगामी दिनांक 21 अगस्त से प्रदेश के सभी जनपदों में जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा चलाया जायेगा, जिसके तहत सप्ताह में दो दिन जिला अस्पतालों में जाकर मरीजों से मिलकर उनकी समस्याओं जैसे 1. दवाओं का न मिलना, एक्स-रे, पैथालॉजी, आपरेशन इत्यादि की जानकारी कर उनका निदान कराना, 2. अस्पताल में कहां-कहां गन्दगी है जिसके कारण मरीजों में संक्रमण फैल सकता है, उसकी जानकारी लेकर अस्पताल के स्टाफ द्वारा उसे दूर कराना 3. बच्चों एवं महिला वार्ड में विशेष तौर से गन्दगी को दूर कराये जाने एवं वह सभी सुविधाएं जो एक अस्पताल में मिलनी चाहिए मिल रही है अथवा नहीं, इसकी जानकारी प्राप्त कर सुविधाएं मुहैया कराना 4. इमरजेन्सी सेवाओं में आने वाली बाधाओं को दूर कराना एवं 5. यह भी जानकारी हासिल करना कि अस्पताल में चिकित्सकों की कहां-कहां कमी है, स्पेशलिस्ट चिकित्सक हैं या नहीं, उसको पूरा करने के लिए जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी से समन्वय स्थापित कर चिकित्सकों की कमी को पूरा कराना आदि अस्पतालों की मुख्य समस्याओं के निदान हेतु प्रयास किये जायेंगे। यह कार्यक्रम निरन्तर चलता रहेगा।