(1) गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में पिछले केवल छः व सात दिनों में ही लगभग 60 से अधिक मासूम बच्चों की हुई मौत से महिलाओं की गोद उजड़ जाना बीजेपी शासनकाल में जनहित व जनकल्याण की घोर आपराधिक लापरवाही का यह एक खास उदाहरण।
(2) इस अत्यन्त ही दुःखद व दर्दनाक घटना के लिये बीजेपी सरकार की जितनी भी भत्र्सना व निन्दा की जाये वह कम होगी। इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिये व पीड़ित परिवार की हर प्रकार से पूरी मदद भी होनी चाहिये।
(3) वैसे बीजेपी का स्वभाव गलतियों को स्वीकार कर लेने वाला नहीं है, इसलिये स्वास्थ्य विभाग की इस प्रकार की घोर आपराधिक लापरवाही के लिये विभागीय मंत्री को बर्ख़ास्त करने का मामला मा. मुख्यमंत्री की विवेक पर ही छोड़ देना बेहतर है।
(4) पीड़ित परिवार वालों को न्याय दिलाने के प्रयास के तहत् बी.एस.पी. का 3-सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल तत्काल गोरखपुर जाकर स्थिति का आकलन करके रिर्पोट तैयार करेगा: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी।
लखनऊ, 12 अगस्त, 2017: मुख्यमंत्री के ज़िले गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कालेज अस्पताल में घोर सरकारी उदासीनता व अनदेखी के कारण पिछले केवल छः व सात दिनों में ही 60 (साठ) से अधिक मासूम बच्चों की मौत से महिलाओं की गोद उजड़ जाने को बीजेपी शासनकाल में जनहित व जनकल्याण की घोर आपराधिक लापरवाही का इसे एक खास उदाहरण बताते हुये, बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस प्रकार की अत्यन्त ही दुःखद व दर्दनाक घटनाओं के लिये बीजेपी सरकार की जितनी भी भत्र्सना व निन्दा की जाये वह कम होगी। इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिये व पीड़ित परिवार की हर प्रकार से पूरी मदद भी होनी चाहिये।
चूँकि बीजेपी की सरकारों के लिये व्यापक जनहित व जनकल्याण के मामले ज़्यादा महत्त्व नहीं रखते हैं क्योंकि उनके लिये खासकर दलित-विरोधी, पिछड़ा वर्ग व मुस्लिम-विरोधी मामले के साथ-साथ तिरंगा, वन्देमातरम्, मदरसा व एण्टी रोमियो आदि ध्यान बाँटने वाले मुद्दे ज़्यादा महत्व रखते हैं, इसलिये स्वास्थ्य विभाग में इस प्रकार की आपराधिक लापरवाही के लिये विभागीय मंत्री को बर्ख़ास्त करने का मामला मा. मुख्यमंत्री की विवेक पर ही छोड़ देना बेहतर हैं।
सुश्री मायावती जी ने आज अपने बयान में कहा कि इतने बड़े पैमाने पर माँओं की गोद उजड़ने की दर्दनाक घटना उस समय हुई है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं गोरखपुर ज़िले में सरकारी दौरे पर थे और राजनीति व पूजा-पाठ आदि से थोड़ा समय निकालकर सरकारी विभागों के कार्यकलापों की समीक्षा का सरकारी काम भी कर रहे थे। परन्तु इसी दौरान इस प्रकार की सनसनी फैला देने वाली व आश्चर्यचकित कर देने वाली घटना का होना वास्तव में प्रदेश की बीजेपी सरकार की क्षमता व उसकी कार्यप्रणाली की सफलता पर एक नहीं बल्कि एक सौ सवालिया निशान खड़े करता है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस दर्दनाक घटना की संवेदनशीलता को गम्भीरता से लेते हुये बी.एस.पी. के तीन सदस्सीय उच्च प्रतिनिधि मण्डल को तत्काल गोरखपुर जाकर अस्पताल का दौरा करने, पीड़ित परिवार को सांत्वना देने तथा उन्हें न्याय पहुँचाने का भरोसा दिलाने का निर्देंश दिया गया है। इस प्रकार बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट के अध्यक्ष श्री रामअचल राजभर, विधानसभा में बी.एस.पी. दल के नेता श्री लालजी वर्मा व क्षेत्र के पार्टी प्रभारी श्री दिनेश चन्द्रा (एम.एस.सी.) गोरखपुर जाकर घटना की जानकारी प्राप्त कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे, क्यांेकि बीजेपी के नेतागण सही तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने व जनता को असली मुद्दे से भटकाकर उन्हें गुमराह करने के मामलों में काफी ज़्यादा महारत रखते हैं। वे जनहित की अनदेखी करना, अपनी जिम्मेदारी से भागना और फिर जनता को बहकाना खूब अच्छी तरह से जानते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में ख़ासकर मुख्यमंत्री के गोरखपुर मण्डल के अन्र्तगत विभिन्न ज़िलों की बहुत बड़ी जनसंख्या जापानी बुख़ार (जापानी इंसेफ्लाइटिस) की बीमारी सेे काफी लम्बे समय से पीड़ित है परन्तु उसके सम्बन्ध में भी सरकार की लापरवाही ही अब तक देखने को मिल रही है जो कि बड़ी चिन्ता की बात है। सरकार को इस पर तत्काल जरूरी कार्रवाई करनी चाहिये।
जारीकर्ता:
बी.एस.पी. राज्य कार्यालय उ.प्र.
12 माल ऐवेन्यू, लखनऊ