Categorized | लखनऊ.

जहाँ हमारा लहू गिरा है, वह कश्मीर हमारा है

Posted on 11 August 2017 by admin

दिल्ली के अमर जवान ज्योति से श्रीनगर (Kashmir) के लाल चैक तक तिरंगा यात्रा में भाग लेने के लिए झाड़खण्ड, बिहार और उत्तर प्रदेश के पत्रकार आज यू.पी. पे्रस क्लब के प्रांगण में अपने पहले पड़ाव के लिए शुक्रवार, 11 अगस्त, 2017 के पूर्वान्ह् में कुछ देर रूके। यह तिरंगा यात्रा इण्डियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आइ.एफ.डब्ल्यू.जे.) ने आयोजित किया है। जिसमें विभिन्न प्रदेशों के श्रमजीवी पत्रकार शरीक होंगे।

tiranga-yatra-1यू.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के अध्यक्ष श्री हसीब सिद्दीकी ने पूर्वी राज्यों के इन श्रमजीवी पत्रकारों का आज लखनऊ र्में स्वागत किया। उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव, सूचना एवं पर्यटन, श्री अवनीश अवस्थी (आई.ए.एस.) ने गोमतीनगर स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों को तिरंगा भेंट किया और उनकी बस को दिल्ली के लिए रवाना किया।

इस दल के नेता हैं श्री शहनवाज हसन जो झाड़खण्ड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। उनके साथ बिहार के श्री हेमंत सिंह तथा कुल 20 लोग शामिल हुए इण्डियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष श्री के. विक्रम राव ने कहा कि भारतभर से आ रहे 100 से अधिक श्रमजीवी पत्रकार कल दिल्ली पहुचकर रविवार, 13 अगस्त, 2017 के प्रातः अमर जवान ज्योति के पास अमर शहीदों को पुष्पांजलि देकर तीन बसों में श्रीनगर के लिए रवाना हो जायेंगे। रास्ते में वैष्णव देवी के दर्शन भी करेंगे।

दिल्ली वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के अध्यक्ष ने केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया है कि वे इण्डिया गेट के पास से इन पत्रकारों की बसों को रवाना करें।

अपने संदेश में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाइक ने आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के इस तिरंगा यात्रा पर बधाइयां दी हैं। कुछ पत्रकारों के प्रश्न करने पर कि क्या सरकारी अनुमति इस यात्रा के लिए प्राप्त कर ली गयी है, श्री के. विक्रम राव ने जवाब दिया कि अपने ही घर में जाने-आने के लिए किसी अनुमति की आवशकता नहीं है। श्रीनगर का लाल चैक भारत का हिस्सा है। कोई भी भारतीय नागरिक बिना किसी रूकावट या अनुमति के कश्मीर आ जा सकता है।

इन पत्रकारों का सूत्र मंत्र यही है “जहाँ हमारा लहू गिरा है, वह कश्मीर हमारा है”

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

April 2024
M T W T F S S
« Sep    
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  
-->









 Type in