लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी ने सपा, बसपा को महिला विरोधी करार देते हुए कहा कि राज्य के दोनो दलों ने महिला आरक्षण का विरोध करके अपना यथास्थितिवादी चेहरा उजागर कर दिया है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज सोमवार को सम्वाददाताओं से वार्ता करते हुए कहा कि दोनो दल है। सपा का आचरण अशोभनीय रहा है और डॉ0 राममनोहर लोहिया की सप्तक्रान्ति का विरोधी है। बसपा का आचरण कतई सामन्तवादी है और महिला सशक्तीकरण के खिलाफ है।
श्री दीक्षित ने कहा कि संसद और विधानमण्डलों में महिलाओं का आरक्षण राष्ट्रीय आवश्यकता है। लेकिन सपा, बसपा उन्हें घर की चहारदीवारी में ही कैद रखने की सामन्ती प्रवृत्ति के समर्थक हैं। भाजपा ने ही महिला आरक्षण के प्रस्ताव पर पहल की थी। पार्टी ने कांग्रेस सरकार द्वारा लाए जाने के बावजूद विधेयक का समर्थन का निश्चय इसीलिए किया है कि राष्ट्रीय आवश्यकता के समय सत्तापक्ष प्रतिपक्ष की लकीरे मिट जानी चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस को चाहिए था कि विधेयक पर पूर्व निर्धारित समय के अनुसार आज ही वोटिंग होती लेकिन सरकार ने हुड़दंग के कारण हाथ पीछे खींच लिए हैं। यह प्रवृत्ति संसदीय परम्परा के लिहाज से अच्छी नहीं है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com