एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम/जापानी इंसेफलाइटिस से सबसे ज्यादा
प्रभावित 13 जनपदों में विशेष सफाई अभियान 17 अगस्त से प्रारम्भ कराकर
25 अगस्त के बाद भी 30 अगस्त तक चलाया जाये: राजीव कुमार
अभियान के प्रभावी अनुश्रवण हेतु न्याय पंचायत स्तर पर एक जिम्मेदार अधिकारी को
नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुये रोस्टर निर्गत किया जाये: मुख्य सचिव
विशेष सफाई अभियान अवधि की फोटोग्राफ्स एवं प्रगति आख्या से 28 अगस्त तक
उच्च अधिकारियों को अवगत कराना होगा अनिवार्य: राजीव कुमार
मच्छरों को बढ़नें व पैदा न होने देने हेतु रुके हुये पानी में लार्वा को
नष्ट करने वाली दवा का छिड़काव कराना सुनिश्चित किया जाये: मुख्य सचिव
नालियों पर आबादी के अतिक्रमण की वजह से जल भराव की स्थिति होने पर
पुलिस प्रशासन की सहायता से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाये: राजीव कुमार
पाॅलिथिन प्रतिबंध के सम्बन्ध में निर्गत आदेशों का
कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाये: मुख्य सचिव
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में वेक्टर जनित रोगों से बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु प्राथमिकता पर आगामी 17 से 25 अगस्त तक प्रदेश के समस्त जनपदों में विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम/जापानी इंसेफलाइटिस से सबसे ज्यादा प्रभावित 13 जनपदों-गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर एवं लखीमपुर खीरी में विशेष सफाई अभियान 17 अगस्त से प्रारम्भ कराकर 25 अगस्त के बाद भी 30 अगस्त तक चलाया जाये। उन्होंने कहा कि अभियान के प्रभावी अनुश्रवण हेतु न्याय पंचायत स्तर पर एक जिम्मेदार अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुये रोस्टर निर्गत किया जाये। उन्होंने कहा कि अभियान अवधि में विशेष सफाई अभियान के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराते हुये अभियान अवधि की फोटोग्राफ्स एवं प्रगति आख्या 28 अगस्त तक उच्च अधिकारियों को अवगत कराना होगा।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश समस्त जिलाधिकारियों को परिपत्र भेजकर दिये हैं। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु में ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई के अभाव में बीमारियां फैलने के कारण समुदाय के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि गांव एवं शहर की आंतरिक गलियों में आसपास की गन्दगी, गोबर, कूड़ा-करकट, मिट्टी बहकर नालियों में पहुंच जाने से नालियां अवरुद्ध होने के फलस्वरूप आवागमन बाधित ही नहीं होता, बल्कि कीचड़ एवं गन्दगी से वेक्टर जनित रोगों के फैलने का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि समस्त जनपदों में उपरोक्त तिथियों में विस्तृत कार्ययोजना के तहत न्याय पंचायत में तैनात सभी सफाई कर्मियों का ग्राम पंचायतवार 02 से 05 दिन का रोस्टर बनाकर बंद नालियों, गन्दी गलियों, हैण्डपम्पों के चारों ओर, अन्य पेयजल स्रोतों के आसपास एवं तालाब के इनलेट की सफाई हेतु विशेष दायित्व का निर्धारण कराया जाये। उन्होंने कहा कि खराब हैण्डपम्पों के मरम्मत का कार्य भी प्राथमिकता से ठीक कराया जाये। उन्होंने कहा कि गांव में कूड़े एवं गोबर के ढेर आदि का भी निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी ग्राम पंचायत में अभियान के दौरान सफाई कर्मियों की संख्या में कमी पायी जाती है, तो ग्राम पंचायत अन्य श्रमिकों की सहायता लेकर योजनानुसार निर्धारित समय में अभियान पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि समस्त ग्राम पंचायतों में अभियान के दौरान ग्राम्य स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की विशेष बैठक का आयोजन किया जाये। बैठक में ग्राम सभा के विभिन्न मजरों में स्वच्छता की स्थिति पर चर्चा की जाये तथा कूड़े का निस्तारण, जल भराव वाले गड्ढ़े एवं नालियों की सफाई, शौचालयों की सफाई एवं प्रयोग तथा सामुदायिक सम्पर्क कर जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था हेतु पीने वाले पानी के कुओं में ब्लीचिंग पाउडर डाला जाये एवं हैण्डपम्पों के चारों और सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि मच्छरों को बढ़नें व पैदा न होने देने हेतु रुके हुये पानी में लार्वा को नष्ट करने वाली दवा का छिड़काव कराना सुनिश्चित किया जाये। इसके अतिरिक्त जनपदों में पाॅलिथिन पर प्रतिबंध के शासन द्वारा निर्गत आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाये।
मुख्य सचिव ने ग्राम सभाओं में स्वच्छता, पेयजल, शौचालय, मच्छरदानी का उपयोग करने हेतु लोगों को जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि आम लोगों में जागरूकता लाने हेतु दीवाल लेखन, समूह बैठक, स्कूली बच्चों की रैली आदि का आयोजन कराया जाये। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकसित किये गये ब्राशर, लीफलेट एवं प्रचार सामग्रियों का अधिकाधिक उपयोग करने के साथ-साथ क्लोरीन टैबलेट का वितरण भी सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान ग्राम पंचायत द्वारा अपशिष्ट पदार्थों के सुरक्षित निपटारे, कम्पोस्ट गड्ढो का निर्माण घरेलू कूड़े का एकत्रण व सुरक्षित निपटान एवं सोख्ता चैनलों/गड्ढ़ों के निर्माण का कार्य कराया जाये। उन्होंने कहा कि आबादी की नालियों का पानी तालाब तक या नाले तक पहुंचाने के लिये भी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायें। उन्होंने कि नालियों पर आबादी के अतिक्रमण की वजह से जल भराव की स्थिति होने पर पुलिस प्रशासन की सहायता से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने हेतु यथासंभव समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं व सामुदायिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाये।