सावन का महीना वृक्षारोपण के लिए अत्यन्त उपयुक्त- कमिश्नर
प्रकृति से संतुलन स्थापित करने के लिए पौधरोपण सबसे जरूरी है क्योंकि यदि मनुष्य का प्रकृति से संतुलन नहीं होगा तो जीवन भी संभव नहीं होगा। पेड़ पौधे ही प्रकृति से संतुलन स्थापित करने में मनुष्य के सबसे बड़े मददगार है। उक्त बाते लखनऊ के मण्डलायुक्त अनिल गर्ग आई.ए.एस. ने कही। नवयुग रेडियन्स सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल की छात्राओं द्वारा नीम पार्क विराज खण्ड-5 ;निकट जागरण पब्लिक स्कूलद्ध में मेघ उत्सव के अवसर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया।
वृक्षारोपण करते हुए मण्डलायुक्त अनिल गर्ग ने कहा कि सावन का महीना वृक्षारोपण के लिये अत्यन्त उपयुक्त होता है प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प लेते हुए एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिये। पौधरोपण से बड़ा कोई भी पुनीत कार्य नहीं है। हम सबके सामने आज भी समस्यायें है वह पेड़-पौधों के कटने, वनों और जंगलों के घटने के कारण है। मानव जीवन में पौधों का विशेष महत्व है। बेतहाशा गर्मी, बेतहाशा ठन्डक, बिन मौसम बरसात आदि इसके कारण है।
स्कूल के प्रबन्ध सुधीर एस. हलवासिया ने कहा कि वृक्ष हमे प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में जितनी महती भूमिका अदा करते है उतना ही फल-फूल छाया आदि प्रदान करते है। वृक्ष लगाकर हम पर्यावरण को संतुलित करने के साथ ही भावी पीढ़ियों को स्वस्थ्य जीवन देने का पुनीत कार्य करें। पर्यावरण के लिए वृक्ष अमूल्य है पर्यावरण को शु( रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। हम सबको अपने जीवन के हर महत्वपूर्ण पलों को जीवन्त रखने के लिए एक वृक्ष लगाकर उसका संरक्षण करना चाहिए नये वृक्ष लगाने के साथ-साथ पहले से लगे हुए वृक्षों की सुरक्षा भी हम सभी की जिम्मेदारी है। नवयुग रेडियन्स की छात्राओं द्वारा इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ ईश्वर की वन्दना से हुआ। जहां एक ओर ’आई बरखा की )तु आई’ की मधुर स्वर लहरी ने पूरा वातावरण संगीतमय कर दिया। वहीं दूसरी ओर छात्राओं द्वारा प्रस्तुत छतरी के साथ नृत्य ने दर्शकों की तालियां बटोरी। छात्राओं ने समसामयिक विषयों जैसे ’बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं’ तथा वृक्ष लगाओं आदि पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आवाज़ उठाई। अंत में प्रधानाचार्य श्रीमती बी. सिंह ने उपस्थित दर्शकों को धन्यवाद् ज्ञापन किया। वृक्षारोपण कार्यक्रम में लखनऊ के कमिश्नर अनिल कुमार गर्ग, प्रबन्धक सुधीर एस. हलवासिया, पूर्व डी.जी.पी. के.एल. गुप्ता, मनीष खेमका, भारत भूषण गुप्ता, रीता मित्तल, सुशील अग्रवाल, राजेन्द्र वर्मा आदि लोग उपस्थित थे