कार्यवाहक निदेशक को भेजा अनुस्मारक घेराव की चेतावनी
विद्युत सुरक्षा निदेशालय में फैली अराजकता की जानकारी प्रमुख सचिव ऊर्जा को देगा महासंघ
विद्युत सुरक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल एसोसिएशन द्वारा संवर्ग की विभिन्न मांगों एवं समस्याओं को लेकर शासन एवं निदेशक स्तर पर पत्राचार एवं वार्ता के बावजूद समस्याओं का निराकरण नही हो पा रहा है। कार्यवाहक निदेशक द्वारा मान्यता प्राप्त संघ, एसोसिएशन की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए शीध्र ही कार्यवाहक निदेशक के घेराव का फैसला राज्य कर्मचारी महासंघ की बैठक में लिया गया है।
विद्युत सुरक्षा निदेशालय में व्याप्त पद की अराजकता और नियमविरूद्ध कृत्यों के खिलाफ मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन विद्युत सुरक्षा निदेशालय के पत्राचार और शासन से की गई शिकायतों से नाराज कार्यवाहक निदेशक द्वारा उत्पन्न की जा रही वैमन्यसता वाली स्थिति के बाद राज्य कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के बारे में कार्यवाहक निदेशक के प्रिय अवर अभियंता द्वारा राज्य कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के बार में की गई लिखित टिप्पणी से आहत महासंघ की बैठक की जानकारी देते हुए अध्यक्ष सतीश कुमार पाण्डेय एवं महामंत्री रामराज दुबे ने बताया कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय के कार्यवाहक निदेशक पद पर बैठे श्री जी.के. सिंह को महासंघ ने अनुस्मारक पत्र देकर एक सप्ताह का समय दिया है। उन्होंने बताया कि कार्यवाहक निदेशक जी.के. सिंह के पाॅच वर्ष के कार्यकाल में मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन विद्युत सुरक्षा निदेशालय संवर्ग की समस्याओं एवं मुख्यालय में व्याप्त अराजकता से सम्बंधी 100 से अधिक प्रतिवेदन एवं पत्राचार कर चुका है। लेकिन कार्यवाहक निदेशक की हठधर्मिता के चलते समस्याओं का समाधान नही हो पाया है। यही नही बमुश्किल पाॅच सालों में पंद्रह-बीस जो भी वार्ता प्रतिनिधि मण्डल से कार्यवाहक निदेशक की हुई और जो आश्वासन दिया गया उनका भी अनुपालन नही किया गया। जब एसोसिएशन ने पिछले माह कार्यवाहक निदेशक और आला अफसरों की मौजूदगी में नाराजगी जताते हुए कार्यवाहक निदेशक और अफसरों की मनमानी का भण्डाफोड किया और एसोसिएशन ने बिना जाॅच एनओसी दिये जाने, नियम विरूद्ध मनमाने तबादले का मामला उठाया तो इससे नाराज कार्यवाहक निदेशक ने इलाहाबाद में तैनात एक अवर अभियंता को मोहरा बनाकर मिनीस्ट्रिीरियल एसोसिएशन विद्युत सुरक्षा निदेशालय के अध्यक्ष एवं मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के महामंत्री सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव के बारे में अमार्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए पत्राचार किया गया। यही नही उक्त जेई द्वारा इन्दिराभवन जवाहर कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के बारे में भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। इसके विरोध में महासंघ लिखित रूप से अपना विरोध कार्यवाहक निदेशक को करा चुका है।महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उक्त अवर अभियंता की कार्यवाहक निदेशक की भक्ति के पीछे का मुख्य स्वार्थ यह है कि पिछले 21 सालों से वे इलाहाबाद रीजन में तैनात है। पहले 17 वर्ष प्रतापगढ़ में रहे शिकायत के आधार पर 31 जुलाई 12 को इनका स्थानान्तरण गोरखपुर किया गया और कार्यवाहक निदेशक ने नियम के विपरीत जाकर बिना शासन की अनुमति लिए 9 माह के अन्दर उनकी तैनाती अवर अभियंता के मनमुताबिक इलाहाबाद मण्डल में करा दी। यही कारण है कि विद्युत सुरक्षा में व्याप्त अनियमिताओं और कार्यवाहक निदेशक के खिलाफ कर्मचारियों की नाराजगी के बाद अखबारों में उठ रही खबरों और मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन के विरोध के खिलाफ अनावश्यक पत्राचार उक्त अवर अभियंता द्वारा किया जा रहा है। महासंघ पदाधिकारियों ने बैठक में निर्णय लिया है कि प्रमुख सचिव ऊर्जा से मिलकर महासंघ के पदाधिकारी विद्युत सुरक्षा निदेशालय में व्याप्त अनियमिताओं से अवगत कराते हुए कार्यवाहक निदेशक और उक्त अवर अभियंता के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करेगा।