मीडिया बन्धुओं, जैसा कि आप लोगों को यह मालूूम है कि अभी हाल ही में दिनांक 18 जुलाई 2017 को पूरे देश के व खासकर उत्तर प्रदेश के दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़ों वर्गों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ सर्वसमाज में से विशेषकर गरीबों, मजदूरों, किसानों, छोटे व्यापारियों एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों में लगे मध्यम वर्गीय लोगों के मामले में वर्तमान में केन्द्र व विशेषकर बीजेपी-शासित राज्यों की सरकारों के चलते हुये इनकी जातिवादी व संर्कीण एवं साम्प्रदायिक व पूँजीवादी नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए और इस मामले में खासकर सहारनपुर ज़िले के शब्बीरपुर गाँव में इनकी एक सोची-समझी राजनैतिक साजिश के तहत् वहाँ कराये दलित-उत्पीड़न काण्ड के विरोध में जैसे ही मैंने बोलना शुरू किया तो फिर मेरी इस आवाज को दबाने के लिए वहाँ मौजूद केन्द्र की सरकार के मन्त्रियों सहित पूरा सत्ता पक्ष खड़े होकर मेरे खिलाफ जबर्दस्त शोर-शराबा करने लगा था ताकि फिर इन वर्गों के मामलें में व ख़ासकर सहारनपुर दलित काण्ड के विरोध में मेरी आवाज दब जाये।
ऐसी स्थिति में फिर मुझे इन तमाम् वर्गों के व खासकर दलित एवं कमजोर वर्गों के हितों में उसी ही दिन दिनांक 18 जुलाई को अपने राज्यसभा के पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था।
इसके बाद फिर हमारी पार्टी ने यह फैसला लिया कि अब हमारी पार्टी इनको पूरे देश में व ख़ासकर उत्तर प्रदेश में आसानी से चैन से नहीं बैठने देगी।
और अब हमारी पार्टी इन सभी मामलों में पूरे देश में इनकी ग़लत नीतियों व ग़लत कार्य प्रणाली का पूरे व्यापक तरीके से पर्दाफाश करेंगी व इन लोगों को बड़े पैमाने पर संगठित भी करेगी ताकि आगे चलकर फिर बीजेपी व इनके एन.डी.ए. को सत्ता से बाहर करके फिर ये लोग इनके इस जातिवादी व तानाशाही वाले रवैये से मुक्ति पा सके जिसे मद्देनजर रखते हुये अब हमारी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के लिए जो आज कार्यक्रम फाइनल किया है, वह दो स्तर पर इस प्रकार से होगा।
वैसे तो हमारी पार्टी यहाँ उत्तर प्रदेश में अगले महीने 18 अगस्त से ही यह कार्यक्रम शुरू करना चाहती थी, लेकिन पूरे अगस्त के महीने तक बरसात होने की वजह से अब यह कार्यक्रम अगले महीने दिनांक 18 अगस्त को शुरू होने की वजाय अब यहाँ उत्तर प्रदेश में पहले चरण का कार्यक्रम दिनांक 18 सितम्बर से शुरू किया जायेगा और यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में हर महीने 18 तारीख़ को ही केवल एक स्थान पर दो मण्ड़लों को मिलाकर ’’मण्ड़ल-स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन’’ के रूप में होगा, जिसमें हर महीने 18 तारीख़ को मैं ख़ुद पहुँचने वाली हूँ।
इस प्रकार से पूरे उत्तर प्रदेश में यह सभी मण्ड़ल-स्तरीय कार्यक्रम खत्म होने के बाद फिर यहाँ उत्तर प्रदेश में दूसरे स्तर पर हर महीने केवल 18 तारीख़ को ही विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन के रूप में यह कार्यक्रम शुरू किया जायेगा और यह उत्तर प्रदेश के सभी 18 मण्डलों की केवल एक-एक विधानसभा में किया जायेगा। इस प्रोग्राम में भी मैं हर महीने 18 तारीख़ को किसी ना किसी विधानसभा के कार्यक्रम में ज़रूर पहुँचने वाली हूँ। इस प्रकार यह अभियान भी काफी लम्बा चलने वाला है।
इसके साथ ही यहाँ मैं यह भी स्पष्ट कर देना चाहती हूँ कि खासकर उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी ने इन दोनों स्तर के प्रोग्राम केवल 18 तारीख़ को ही करने के लिये इसलिए तय किये हैं क्योंकि इसी ही दिन अर्थात दिनांक 18 जुलाई को ही मैंने अपने राज्यसभा के पद से इस्तीफा दिया है जिसे यहाँ पार्टी के लोग आसानी से भुलाना नहीं चाहते हंै।
उत्तर प्रदेश में इन दोनों स्तरीय कार्यक्रमों को किये जाने के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए ही मैंने आज यहाँ बी.एस.पी केन्द्रीय कार्यालय दिल्ली में अलग से उत्तर प्रदेश के सभी छोेटे-बड़े पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई थी।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मैं बीच-बीच में अन्य प्रदेशों में भी दौरा करने वाली हूँ और इस प्रकरण में बाहर के राज्यों में दौरा करने से पहले अभी उन्हें अपने-अपने राज्यों में विभिन्न स्तर पर धरना-प्रर्दशन करने के लिए निर्देशित किया गया है जो वहाँ उनकी सुविधानुसार विभिन्न तारीख़ों में किया जा रहा है।
संक्षेप में अब मेरा यही कहना है कि बीजेपी अब पूर्ण रूप से जातिवादी व संर्कीण एवं साम्प्रदायिक व पूँजीवादी‘‘ तथा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बनाये गये भारतीय संविधान को कुचलने के साथ-साथ यह तानाशाही वाली पार्टी बन चुकी है जिसके चलते हुये अब यहाँ देश की लगभग 85 प्रतिशत जनता इनकी हर स्तर पर शोषण व उत्पीड़न आदि का शिकार हो रही है, जो किसी से छिपा हुआ नहीं है जिनसे बचाने के लिये अब हमारी पार्टी को यह अभियान छेड़ना पड़ा है।