भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश को पवन ऊर्जा का लाभ मिलने पर प्रशन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब यूपी में विकास की ‘पवन‘ पूरी ‘ऊर्जा‘ से बहेगी। पीटीसी इण्डिया लिमिटेड की निजी क्षेत्र की पांच कम्पनियों से हुए बिजली करार में उत्तर प्रदेश को 200 मेगावाट बिजली मिलना शुभ संकेत है। केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश में पवन ऊर्जा 3.46 रूपये प्रति यूनिट की दर से प्राप्त होगी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का अंधियारा दूर करने के लिए अभी कई प्रयास करने की जरूरत है। पिछले 15 वर्षों में बिजली को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा ठोस प्रयास नही किए गए। बिजली चोरों पर सरकार मेहरबान रही। वीवीआईपी संस्कृति के तहत बिजली वितरण में भेदभाव रहा जिसके कारण प्रदेश का औद्योगिक विकास अंधेरे में डूबता गया। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद ‘पाॅवर फार आॅल‘ समझौते के बाद परिस्थितियों ंमें तेजी से सुधार प्रारम्भ हुआ है। प्रशासनिक कार्य संस्कृति में सुधार के साथ साथ बिजली आपूर्ति में भी सुधार दिखना शुरू हुआ है। बिजली के लिए थाने बनाकर बिजली चोरी पर अंकुश लगाने से की रणनीति का लाभ सामान्य ईमानदार बिजली उपभोक्ता को मिलेगा। गरीबो को मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर व कैम्प लगाकर समस्याओं के समाधान से सरकार ने अपनी संवेदनशीलता व गम्भीरता का परिचय दिया है।
जर्जर तारों व पुराने ट्रांसफार्मर बदलकर विद्युत आपूर्ति 24 घण्टे सुनिश्चित कराने के संकल्प पर योगी सरकार तेजी से आगे बढ रही है। केन्द्र के साथ यूपी सरकार की जुगलबंदी यूपी के गांवो का अंधियारा दूर का गांव-गरीब किसान के भविष्य को रोशन करेगी। सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा के प्रयोग में कई राज्यो ने उपलब्धि हासिल की है। अब उत्तर प्रदेश में भी सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा का प्रयोग बढाकर बिजली की उपलब्धता बढाई जाएगी।