दलित वर्ग से राष्ट्रपति होना न केवल दलितों के लिए वरन् पूरे देष के लिए गौरव की बात है। यह विचार आज दलित राष्ट्रपति स्वागत समारोह में उ0प्र0 के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेष शर्मा ने कही। वे आज अम्बेडकर महासभा में आयोजित स्वागत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने दलित राष्ट्रपति के लिए देष के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जो को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहाकि माननीय रामनाथ कोविंद डाॅ0 अम्बेडकर के सच्चे अनुयायी हैं और अति वंचित परिवार सेे ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कहा कि एक दलित का राष्ट्रपति होना भारतीय संविधान को सम्मान देना है जो बाबा साहब डाॅ0 अम्बेडकर की रचना है। उन्होंने कहाकि डाॅ0 अम्बेडकर संविधान के माध्यम से सबकी तरक्की और भाईचारा चाहते थे जिसे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी सबका साथ सबका विकास के माध्यम से आगे बढ़ा रहे हैं। पं0 दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहाकि जो व्यक्ति गढ्ढे में गिराष्है उसे उठाने के लिए झुकना पड़ेगा, इसी प्रकार वंचित वर्ग को बिना विषेष अवसर दिए समानता नहीं मिल सकती। उन्होंने आगे यह भी कहाकि जब रामनाथ कोविंद जी को प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार बनाए जाने के निर्णय से अवगत कराया तो वे अवाक रह गए थे। इसके लिए प्रधानमंत्री साधुवाद के पात्र हैं यह इसलिए हो पाया क्योंकि कि प्रधानमंत्री जी के एजेण्डे में डा0 अम्बेडकर और दलित दोनों हैं।
इसके पूर्व, उ0प्र0 से दलित राष्ट्रपति होने पर स्वागत भाषण करते हुए अम्बेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 लालजी प्रसाद निर्मल ने कहाकि वर्तमान सरकार के गठन में दलितों का भी बड़ा सहयोग रहा है इसलिए जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान के साथ प्रमुख सचिवों की तैनाती में भी दलित दिखने चाहिए इससे प्रदेष के दलितों में एक सकारात्मक सन्देष जाएगा। डा0 निर्मल ने उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सर्व सुलभ और आम जन का मुख्यमंत्री बताते हुए कहाकि दलितों को उनसे बड़ी उम्मीद है।
प्रदेष की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी जी ने समारोह को सम्बोधित करते हुुए कहाकि एक दलित का राष्ट्रपति होना भारत के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहाकि डाॅ0 अम्बेडकर भारत के प्रथम लीडर हैं जिन्होंने महिलाओं की आजादी के लिए हिन्दू कोड बिल संविधान सभा में प्रस्तुत किया और पारित न होने पर उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहाकि मा0 रामनाथ कोविंद जी का राष्ट्रपति होना कोई इत्तिफाक नहीं है वरन् इससे डाॅ0 अम्बेडकर का सपना साकार हो रहा है। इस ऐतिहासिक पहल के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी जी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा यह डाॅ0 अम्बेडकर का मिषन है जिसके कारण राष्ट्रपति के दोनो उम्मीदवार दलित वर्ग से रहे।
समारोह को पूर्व मेयर डा0 दाऊजी गुप्त, प्रो0 रामनरेष चैधरी, प्रो0 पद्मकान्त, पन्नालाल उपपुलिस महानिरीक्षक, प्रमोद सरोज, अब्दुल नसीर नासिर दीपक मिश्रा, डा0 सत्यवती दोहरे, अमरनाथ प्रजापति, विक्रम सुमन, जगत नारायण, जय शंकर सहाय, आदि ने सम्बोधित किया।
समारोह की अध्यक्षता डा0 लालजी प्रसाद निर्मल, तथा संचालन श्रीमती बीना मौर्या ने किया। उक्त कार्यक्रम में श्री रामनिवास पासवान एण्ड पार्टी द्वारा गीत प्रस्तुत किए गये।