Posted on 19 July 2017 by admin
श्री किशोर उपाध्याय जी ने कहा कि उन्हें उ0प्र0 और उत्तराखण्ड प्रदेश में काम करने का सौभाग्य मिला है। उ0प्र0 में संगठनात्मक चुनाव के सिलसिले में आने पर मैं गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या आदि स्थानों पर गया। अयोध्या देश की राजनीति का टर्निंग प्वाइन्ट है ऐसा मेरा अनुभव रहा है। उन्होने कहा कि मैंने पहले अविभाजित उ0प्र0 और आज उत्तराखण्ड में विभाजित होने पर उ0प्र0 देख रहा हूं और मेरा जो अनुभव रहा है उसको साझा करना चाहता हूं। उन्होने कहा कि गोरखपुर में गोरखनाथ पीठ में मेरी भी आस्था है। उत्तराखण्ड में गोरखनाथ पीठ का बहुत सम्मान है और सदैव पूजा होती है। मैं जब गोरक्षपीठ पर गया तो वहां जो देखा उससे आश्चर्यचकित हुआ। मैंने वहां कहा कि इस पीठ पर योगी नहीं जोगी हुआ करते हैं किन्तु उस पीठ पर जो बैठे हैं उन्होने कुछ योग करके खुद को योगी बना लिया होगा। किसी भी राजनैतिक विचारधारा को मानने वाले लोगों का पीठ पर आस्था रहता है। ऐसे में योगी जी को दो में से एक स्थान पर रहना चाहिए या तो महन्थ रहें अथवा मुख्यमंत्री, जब तक मुख्यमंत्री हैं। क्योंकि सन्त परम्परा में जो कर्मकाण्ड, संस्कार करता है दीक्षा देता है। उन्होने कहाकि उनका मानना है कि हर जो लोग उसमें आस्था रखते हैं वहां हर व्यक्ति जा सके। किन्तु मुख्यमंत्री के रूप में गोरक्ष पीठ का राजनैतिक दुरूपयोग किया जा रहा है। किसी भी पीठ को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए। इससे लाखों लोगों की आस्था को अघात पहुंच रहा है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि वह अयोध्या गये थे और उन्हें बड़ा कष्ट हुआ यह देखकर कि जो भगवान श्रीराम हम सबके जीवन के कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं तारणहार हैं वह जेल के तरीके से रामजन्मभूमि में हैं जिसके लिए पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी दोषी है। भाजपा की गलती की वजह से आज वह स्थल जेल के रूप में परिवर्तित हो गया है, ऐसे में करेाड़ों लोगों की आस्था का क्या होगा।
श्री उपाध्याय ने कहा कि उ0प्र0 की विचारधारा ने देश को दिशा दी है। मोदी जी के वाराणसी में चुनाव लड़ने से वाराणसी के स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के लोगों के हितों पर कुठाराघात हुआ है। क्येांकि जब वहां के लोगों ने वाराणसी में चुनाव के बावत पूछा तो उन्होने कहाकि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड मां गंगा की जन्मस्थली है और उनकी स्वयं की पैदाइश भी मां गंगा के जन्मस्थली में हुआ हैं। नमामि गंगे में विगत 3 वर्ष में कोई काम नहीं हुआ है। ऐसा लगता है कि भाजपा एक तो राम जन्मभूमि मसले को सुलझाना नहीं चाहती क्योंकि उनके लिए यह एक मुद्दा है जो दुधारू गाय के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। चाहे गौ, गंगा और धारा 370 हो, यह सारे मुद्दे भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग किया है। आज तो उ0प्र0 और केन्द्र में भाजपा की सरकार है प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री उ0प्र0 से हैं। ऐसे में देश की जनता जानना चाहती है कि जिन्होने वर्ष 1985 से धार्मिक उन्माद को फैलाने का काम किया है उसका समाधान कब होगा। जुमलों पर भी स्पष्टीकरण मांगे जाने चाहिए।
श्री उपाध्याय ने कहा कि उन्होने अयोध्या में देखा कि सड़कों और गलियों में गंदगी व्याप्त है। ऐसे में भाजपा सबसे पहले स्वच्छ भारत की शुरूआत अयोध्या, गोरखपुर और काशी से करे। आज के समय में इन तीनों स्थानों पर गंदगी की जो स्थिति है उसे बयां नहीं किया जा सकता। जिस तरह भाजपा ने भगवान राम को धोखा दिया अब वह उत्तराखण्ड की बेटी मां गंगा को धोखा देने का काम कर रहे हैं।
श्री उपाध्याय ने अन्त में कहा कि उत्तर प्रदेश कंाग्रेस का संगठन चुनाव चल रहा है। पहला शिड्यूल जारी हो चुका है। हर जिले में डीआरओ पहुंच गये हैं। ब्लाक निर्वाचन अधिकारी बीआरओ का गठन हो रहा है। आगामी 05 अगस्त को ब्लाक के निर्वाचन अधिकारियों की बैठक आयेाजित करेंगे। कंाग्रेस एक अकेला ऐसा दल है जिसमें ग्रास रूट के कार्यकर्ता को भी जो कि प्राथमिक सदस्य होते हैं वह भी अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। ब्लाक, जिला, प्रदेश और एआईसीसी के अध्यक्ष का चुनाव होता है। गांधीजी के समय में संगठन चुनाव की जो परिपाटी शुरू हुई जो वह गौरवशाली इतिहास रहा, आज भी कंाग्रेस में परिपाटी चल रही है। उसी परिपाटी को आगे बढ़ाने के लिए उ0प्र0 कंाग्रेस के कांग्रेसजनों को शुभकामनाएं देता हूं। उन्होने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि जिन्होने सदस्यता की है मेहनत की है उन्हें संगठन में जरूर मौका मिले।