समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव से सैकड़ों कार्यकर्Ÿााओं एवं समाजवादी छात्रसभा के नेताओं ने मुलाकात किया। पार्टी कार्यालय में मेला जैसा माहौल था। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये हुये लोगों एवं राष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट डालने आये समाजवादी पार्टी के विधायकों ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से भेंट की।
इस अवसर पर बीते महीने जेल गये लखनऊ विश्वविद्यालय के वे छात्र भी शामिल थे जिन्होंने विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से मुख्यमंत्री जी का विरोध किया था। मुलाकात के क्रम में छात्र नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के समक्ष लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा धरना-प्रदर्शन करने पर पच्चीस हजार जुर्माने सहित कैंपस में समूह बनाकर चलने पर रोक जैसे अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही फैसले की चर्चा किया।
लखनऊ, विश्वविद्यालय में काला झण्डा दिखाने वाले आन्दोलनकारी एवं जेल जाने वाले छात्रों में समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अनिल यादव ‘मास्टर‘, सुश्री अपूर्वा वर्मा, सुश्री पूजा शुक्ला, अशोक कुमार प्रभात, सतवंत सिंह, अंकित सिंह बाबू, विनीत कुमार कुशवाहा, महेन्द्र यादव, राजेश समाजवादी, माधुर्य सिंह मधुर, हिमांशु यादव और हर्ष वशिष्ठ ने भी श्री अखिलेश यादव से मुलाकात किया।
साथ ही हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में विरोध-प्रदर्शन करने के नाम पर छः छात्रों को आजीवन ब्लैकलिस्ट करने के फैसले एवं छात्रसंघ उपाध्यक्ष एवं पदाधिकारी को झूठे आरोप में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी कारण बताओं नोटिस के अगंभीर एवं हास्यास्पद विषय सामग्री को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के संज्ञान में लाया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने भेंट करने वाले छात्रों एवं नौजवानों से कहा कि शिक्षा के सवाल पर समाजवादी पार्टी बड़ा आंदोलन एवं छात्रों में जागरूकता लाने का अभियान चलायेगी। हाल के दिनों में जिस तरह छात्राओं ने आंदोलन में हिस्सा लिया और जेल की यातना सहनी पड़ी वह बड़ी बात है। सुश्री अपूर्वा वर्मा और सुश्री पूजा शुक्ला के साहस की अखिलेश जी ने प्रशंसा किया।
उन्होंने कहा कि जनमत द्वारा चुनी गयी सरकार का छात्र-छात्राओं के प्रति दमनकारी रवैया लोकतांत्रिक अधिकारों पर कुठाराघात है। ए.बी.वी.पी और आर.एस.एस. का एजेंडा सांप्रदायिक है। ये ताकतें समाज की सद्भावना तोड़ते हुये देश को पीछे ले जा रही है। भाजपा सरकार को यह बात समझ लेनी चाहिये कि अन्याय के विरूद्ध आंदोलन के वाहक युवा ही हैं। समाजवादी पार्टी युवाओं के साथ है। सपा का हमेशा से मानना रहा है कि नयी पीढ़ी आंदोलन की अगुवाई कर सकती है एवं समाज को दिशा दे सकती है। युवाओं के पास असीमित ऊर्जा है। भाजपा सरकार नौजवान-छात्र विरोधी आचरण कर रही है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि युवा पीढ़ी में जोखिम उठाने का साहस है। उन्होंने जेल गये आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुये कहा कि हम नौजवानों के साथ है। समाजवादी पार्टी छात्रों- नौजवानों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं कर सकती है। भाजपा सरकार नौजवानों के साथ खिलवाड़ करना बंद करे। नयी व्यवस्था-नया समाज का दारोमदार नौजवानों पर ही है। श्री यादव ने कहा कि सरकार को अपने मुद्दे स्पष्ट करने चाहिए। विकास का जो रास्ता समाजवादियों ने दिखाया उसे आगे बढ़ाने का काम वर्तमान सरकार को करना चाहिए। जनता के हित में फैसले लेने चाहिये। पढ़ाई और रोजगार का प्रबंध करना चाहिये।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व मंत्रीगण श्री अहमद हसन, श्री राजेंद्र चौधरी, श्री विनोद सिंह उर्फ पण्डित सिंह और श्री एसआरएस यादव, श्री सुनील सिंह यादव ‘साजन‘, श्री अरविन्द कुमार सिंह, श्री राजपाल कश्यप (एम.एल.सी.) सहित छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल सिंह, छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री दिग्विजय सिंह ‘देव‘ एवं मो0 ऐबाद आदि उपस्थित थे।