बड़े परिदृश्य में ग्रामीण एवं दूरस्थ इलाकों में प्रत्येक घर को विद्युत उपलब्ध
कराने में सौर ऊर्जा को एक विकल्प के रूप में विचार किया जाय: राजीव कुमार
आगामी दो वर्षों में ट्रांसमिशन नेटवर्क को बढ़ाने हेतु आवश्यकतानुसार निर्मित
किये जाने वाले लगभग 38 सब स्टेशनों हेतु उपयुक्त जमीन का
नियमानुसार चयन सुनिश्चित करायें: मुख्य सचिव
लगभग 70 निर्माणाधीन सब स्टेशनों का निर्माण भी निर्धारित मानक एवं
गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने हेतु निरंतर माॅनीटरिंग सुनिश्चित:राजीव कुमार
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार आगामी मार्च, 2019 तक प्रदेश के समस्त घरों में बिजली पहुंचाने हेतु व्यापक कार्य योजना के अनुसार कार्यों में तेजी लाई जाये। बड़े परिदृश्य में ग्रामीण एवं दूरस्थ इलाकों में प्रत्येक घर को विद्युत उपलब्ध कराने में सौर ऊर्जा को एक विकल्प के रूप में विचार किया जाये। ज्यादा ऊर्जा का उपयोग करने वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता देने के साथ-साथ शेष क्षेत्रों में भी मीटरिंग, बिलिंग एवं अन्य क्षेत्रों में दक्षतावृद्धि कर ऊर्जा क्षेत्र को सस्टेनेबल आधार पर स्वावलम्बी बनाया जाये।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार आज अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कर विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने बुनकर अनुदान एवं केंद्रीयकृत सरकारी भुगतानों यथा नगर निगम, नगर पंचायत, जल निगम तथा सिंचाई विभाग से बकायों के रूप में बिजली विभाग की अवशेष धनराशि के त्वरित भुगतान के लिए प्रचलित प्रणाली को सरल बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सम्बंधित विभागों के बजट में बिजली बिल भुगतान हेतु उपलब्ध धनराशि तत्काल पाॅवर कार्पोरेशन को अवमुक्त कर दिया जाये, ताकि पाॅवर कार्पोरेशन विद्युत उत्पादकों का आंशिक भुगतान सुनिश्चित कर सके।
श्री राजीव कुमार ने यह भी निर्देश दिये कि सौर ऊर्जा के प्रभाव, मांग प्रबंधन से ऊर्जा में आने वाली कमी एवं कार्पोरेशन एवं फिक्स्ड चार्ज की देयता को समग्रता में आईआईटी, कानुपर या किसी विशेषज्ञ संस्था से अध्ययन करवाकर समय के व्यापक फलक पर इसका समेकित विश्लेषण कराया जाये। उन्होंने आगामी दो वर्षों में ट्रांसमिशन नेटवर्क को बढ़ाने हेतु आवश्यकतानुसार निर्मित किये जाने वाले लगभग 38 सब स्टेशनों हेतु उपयुक्त जमीन का नियमानुसार चयन सुनिश्चित करा लिया जाये। उन्होंने कहा कि लगभग 70 निर्माणाधीन सब स्टेशनों का निर्माण भी निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने हेतु निरंतर माॅनीटरिंग सुनिश्चित की जाये।
बैठक में अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन श्री आलोक कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के पास मानकों से अधिक दीर्घकालीन पीपीए हैं एवं साथ ही भविष्य में सौर ऊर्जा के माध्यम से ऊर्जा प्राप्ति के परिदृश्य में वितरण कम्पनियों पर अनावश्यक रूप से फिक्सड चार्जेस के वहन का दायित्व बढ़ेगा, जो एक बड़ी चुनोती होगा। अतः ऐसे दीर्घकालिक पीपीए जिनसे प्राप्त होने वाली ऊर्जा की वैरिएबल कास्ट अत्याधिक है उन्हें पुर्नविचारित करना आवश्यक होगा।