प्रख्यात समाजवादी विन्तक एवं समाजवादी चिन्तन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मिश्र ने भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति पद हेतु रामनाथ कोविन्द को खुला समर्थन देते हुए कहा कि कोविन्द को प्रत्याशिता लोकहिया व समाजवाद की अवधारणाओं के अनुरूप है। लोहिया की कसौटी पर सापेक्षिक रूप से बेहतर व खरा उतरने के बाद ही समाजवादी चिन्तन सभा ने श्री कोविन्द को समर्थन देने का निर्णय लिया है। कोविन्द के राष्ट्रपति बनने से लोकतंत्र को विस्तार मिलेगा क्योंकि श्री कोविन्द औसत व आम भारतीय लोकजीवन के काफी करीब हैं। लोहिया के विशेष अवसर के सिद्धांत के कारण सभी समाजवादियों को श्री कोविन्द का समर्थन करना चाहिए। श्री मुलायम सिंह, श्री नीतीश कुमार एवं श्री शिवपाल सिंह यादव ने भी कोविन्द को समर्थन व वोट देने का संकेत देकर समाजवादी चिन्तन सभा के अभियान को ताकत व स्वीकृति दी है।
श्री मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश का होने के कारण उत्तर प्रदेश के सभी सांसदों एवं विधायकों को दलीय पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर श्री कोविन्द को वोट करना चाहिए। यदि आज उन्होंने उत्तर प्रदेश के एक पुत्र को वोट को नहीं दिया तो कल किस आधार पर उत्तर प्रदेश में अपने लिए वोट मांगेंगे। श्री मिश्र ने उम्मीद व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश के सांसद व विधायक यूपी के एक सपूत को सर्वोच्च पद पर आसीन करने के सद्प्रयासों में बाधक नहीं बनेंगे। पहली बार उत्तर प्रदेश की कोई विभूति राष्ट्रपति बनने जा रही है, ऐसे में किसी भी यूपीयन्स को नकारात्मक भूमिका नहीं निभानी चाहिए।
श्री मिश्र ने कहा कि एक बार डा० लोहिया ने विशिष्ट जन की बजाए आमजन को राष्ट्रपति बनाने की खुली पैरवी थी। इससे लोकतंत्र को गुणात्मक मजबूती मिलेगी और राष्ट्रपति भवन आम आदमी के और अधिक निकट आएगा।
श्री मिश्र ने कहा कि श्री कोविन्द भारी मतों के अंतर से जीतेंगे। विपक्ष जनादेश की अवहेलना करते हुए राष्ट्रपति पद की गरिमा को केवल विरोध के लिए विरोध करने की मानसिकता से काम कर रहा है। इससे विपक्ष की ही साख लांक्षित हो रही है।