समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि 2017-18 का जो बजट विधानमंडल में पेश हुआ उससे सभी को घोर निराशा हुई है। श्री अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में उत्तर प्रदेश के विकास को एक दिशा देने वाला बजट पेश किया था जबकि योगी सरकार का बजट पूर्णतयः दिशाहीन है। गांव, गरीब, किसान, नौजवान, दलित, अल्पसंख्यक और महिलाओं के हित इस बजट में सुरक्षित नहीं हैं।
बड़े जोरशोर से किसानों के कर्जमाफी का भाजपा ने प्रचार किया था। आज बजट में केवल लघु एवं सीमांत किसानों के फसली ऋण की राज्य सरकार द्वारा अदायगी हेतु जिस 36 हजार करोड़ रूपए की व्यवस्था की घोषणा की है वह कहां से कैसे आयेगा इसका विस्तृत ब्यौरा बताना चाहिए ? राज्य सरकार को इसी सत्र में ‘‘विŸाीय श्वेतपत्र‘‘ जारी करना चाहिए। उसमें 7वें वेतन आयोग हेतु 35 हजार करोड़ रूपये की व्यवस्था कैसे होगी ?
राज्य सरकार के बजट में अखिलेश यादव जी ने कृषि गांव और किसानों के लिए 75 प्रतिशत बजट खर्च किया था। लैपटाॅप, स्मार्टफोन, समाजवादी पेंशन एवं कन्या विद्याधन प्राप्त करने वाले पात्रों ने भाजपा का क्या बिगाड़ा था जो उनके साथ अन्याय क्यों किया गया ?
श्री अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में किसानों को जो सुविधाएं एवं राहत दी थी उसमें भी इस भाजपा सरकार ने कटौती कर दी है। मुफ्त सिंचाई की समाजवादी योजना पर योगी सरकार ने चुप्पी साध ली है। समाजवादी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की थी भाजपा सरकार में अब घटकर यह 8 घंटे रह गई है। किसानों के लिए आपदा राहत भी खत्म हो गई है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, गोरखपुर, इलाहाबाद जैसे जनपदों के धार्मिक स्थलों पर पहले से ही अखिलेष जी ने समाजवादी सरकार में 24 घंटा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कर दी थी।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए भाजपा सरकार के अब तक किए गए सभी वादे हवाई साबित हुए हैं। नई 181 हेल्पलाईन क्या करेगी स्पष्ट नहीं। 1090 वूमेन पावर लाईन का कोई जिक्र नहीं। बजट में गरीब महिलाओं के लिए समाजवादी पेंशन की बात भी नहीं है। आए दिन गुंडो द्वारा छेड़छाड़ की घटनाएं होती है। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के कांड थम नहीं रहे हैं। सरेशाम निकलते भी महिलाएं सहमी रहती हैं। कानून व्यवस्था चैपट है। इसके सुधरने की कोई गुंजाइश नहीं दिखती है। यूपी 100 नं0 पुलिस डायल सेवा समाजवादी सरकार की एक बड़ी योजना थी। इस सरकार ने उसको भी बर्बाद कर दिया। भाजपा राज में गुंडो, माफियाओं, अपराधियों तथा अराजक तत्वों का ही बोलबाला है।
नौजवानों की बेरोजगारी मिटाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाजवादी सरकार से भी कम धनराशियां रखी गई हैं। श्री अखिलेश यादव ने गंभीर बीमारियों किडनी, कैंसर, हार्ट और लीवर के मुफ्त इलाज की व्यवस्थाएं की थी इस सरकार ने इन पर चुप्पी साध ली है।
सच तो यह है कि योगी सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें जनकल्याण की मूल भावना ही लुप्त है। यह असंतुलित बजट है। अपना पहल बजट पेश करने में ही सरकार हांफ गई। जनता इंतजार करती रह गई अच्छे और सुनहरे दिनों का लेकिन उसके साथ धोखा हुआ। अब संकल्प पत्र का क्या होगा?