राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं गोवा की राज्यपाल ने किया सम्मानित
मतदान राजनीति में बदलाव का एक सशक्त हथियार - श्री नाईक
इस वर्ष सम्पन्न हुये विधान सभा चुनाव 2017 में सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत वाले तीन बूथों से संबंधित महानुभावों को आज राजभवन में सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में राज्यपाल श्री राम नाईक ने आगरा जनपद के फतेहाबाद विधान सभा क्षेत्र के बूथ संख्या 122 प्राथमिक विद्यालय गढ़ी धाराजीत (मतदान प्रतिशत 97.79) के बूथ लेवल अधिकारी श्री तुकमान सिंह, पीठासीन अधिकारी श्री अजीत सिंह, ग्राम प्रधान चितौरा श्री मुन्नालाल, रिटर्निंग आफिसर सुश्री वन्दिता श्रीवास्तव, विधायक फतेहाबाद श्री जितेन्द्र वर्मा को, मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ ने कानपुर देहात जनपद के भोगनीपुर विधान सभा क्षेत्र के बूथ संख्या 266 कुम्भावुर मजरा कृपालपुर (मतदान प्रतिशत 97.22) के बूथ लेवल अधिकारी श्रीमती सीमा देवी, पीठासीन अधिकारी श्री अमित कुमार शुक्ल, ग्राम प्रधान श्री लाखन सिंह, रिटर्निंग आफिसर श्री राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, विधायक भोगनीपुर श्री विनोद कुमार को तथा गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा ने फिरोजाबाद जनपद के टूण्डला विधान सभा क्षेत्र के बूथ संख्या 326 प्राथमिक विद्यालय लुखारिया (मतदान प्रतिशत 97.15) के बूथ लेवल अधिकारी श्री राजकुमार, पीठासीन अधिकारी श्री शांति निरूपन, ग्राम प्रधान श्री राजेन्द्र सिंह, रिटर्निंग आफिसर श्री संगम लाल यादव, टूण्डला के विधायक एवं मंत्री श्री सत्यपाल सिंह बघेल को संविधान की प्रति व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, मंत्री श्री जयप्रताप सिंह सहित मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्यगण एवं वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारीगण भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने ‘भारत का संविधान’ की मूल प्रति के बारे में विस्तार से बताया कि संसद भवन में ‘भारत का संविधान’ की अंग्रेजी प्रति 1955 में आम जनता के अवलोकनार्थ रखी गयी थी। उनके सुझाव पर 1999 से संसद भवन में संविधान की हिन्दी प्रति भी आम जनता के अवलोकनार्थ रखी गयी है।
राज्यपाल श्री राम नाईक ने कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त मताधिकार जनतंत्र में सबसे मूल्यवान अधिकार है। मतदान वास्तव में लोकतंत्र का गहना है। मजबूत लोकतंत्र के लिये मतदाताओं की चुनावों में न केवल अधिक से अधिक भागीदारी आवश्यक है बल्कि भागीदारी में भी निरन्तर सुधार परिलक्षित होना जरूरी है। पं0 दीनदयाल ने कहा था कि ‘मतदान केवल एक कागज के टुकड़े पर मोहर लगाना नहीं बल्कि लोकाज्ञा है।’ राज्यपाल ने कहा कि मताधिकार का उपयोग करना हमारा दायित्व है। मताधिकार के योग्य प्रयोग से सरकारें बनती हैं और बिगड़ती हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में मतदान राजनीति में बदलाव का एक सशक्त हथियार है।
श्री नाईक ने कहा कि डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने देश के सभी व्यस्क नागरिकों को मताधिकार का मौलिक अधिकार दिया है। देश के लोकतांत्रिक ढांचे को गतिशील बनाये रखने के लिये संविधान के तहत भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना की गयी है। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये निर्वाचन आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज के सम्मान समारोह से यह संदेश गया है कि सम्मान प्राप्त करने वाले तीनों बूथ ग्रामीण क्षेत्र है। शहरों से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में मतदान के प्रति जागरूकता दिखी है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में मतदान बढ़ाने के लिये अधिक प्रेरित करने की जरूरत है।
राज्यपाल ने बताया कि वर्ष 2012 के विधान सभा चुनाव में प्रदेश में 12.74 करोड़ मतदाता थे जिसमें से केवल 59.52 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया तथा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव मे प्रदेश में 13.88 करोड़ मतदाताओं में केवल 58.27 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया अर्थात् 40 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया था। 2017 के विधान सभा चुनाव में प्रदेश में 14.13 करोड़ मतदाता थे जिनमें से 8.65 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान प्रतिशत में 2.77 प्रतिशत वृद्धि हुई तथा 61.04 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर नई सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह को लोकतंत्र की जड़ को मजबूत करने वाला अभिनव प्रयोग बताते हुये कहा कि आम जन को लोकतंत्र के प्रति जागृत करने से प्रजातांत्रिक व्यवस्था मजबूत होगी। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम से चुनाव आयोग ने भी नयी सोच दी है। मतदान से मतदाताओं को वंचित न होना पड़े इसके लिये जागरूकता जरूरी है। मताधिकार से वंचित करना वास्तव में लोकतंत्र पर कुठाराघात है। ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से जहाँ जनता में उत्साह उत्पन्न होगा वही मतदाता सूची को व्यवस्थित करने तथा मतदान के लिये जागृत करने वाले अधिकारी अपना दायित्व निभायेंगे। प्रदेश में निकट भविष्य में नगर निकाय के चुनाव प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची को समय रहते पुनरीक्षित करने की आवश्यकता है जिससे नये नाम जोड़े जा सके और त्रुटिपूर्ण नामों का विलोपन हो सके। मुख्यमंत्री ने योग दिवस के पहले राज्यपाल द्वारा राजभवन में सफल योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित करने के लिये बधाई देते हुये उनकी प्रशंसा की।
गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा ने कहा कि जनतंत्र के विभिन्न उत्सवों में आज का सम्मान समारोह एक तरह से नया उत्सव है। लोकतंत्र में जनता का महत्व है। सर्वाधिक मतदान करने वाले मतदान स्थल का सम्मान करना अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि सबसे कम मतदान वाले बूथों में कारण का संज्ञान लेने की जरूरत है। राजभवन उत्तर प्रदेश में यह कार्यक्रम हो रहा है जिससे प्रेरणा लेकर अन्य राज्यों में भी ऐसे समारोह प्रारम्भ होंगे। राज्यपाल राम नाईक की सराहना करते हुये उन्होंने कहा कि श्री नाईक को ऐसे अभिनव विचार आते हैं जो दूसरों को प्रेरित करते हैं। श्री नाईक दूसरों का मनोबल ऊंचा करने एवं लोकतंत्र की रक्षा करने वाले राज्यपाल हैं।
कार्यक्रम में राज्यपाल की प्रमुख सचिव सुश्री जूथिका पाटणकर ने कार्यक्रम की रूप रेखा बताते हुये कहा कि राज्यपाल श्री राम नाईक ने मतदान प्रतिशत को अधिक से अधिक बढ़ाने के लिये अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों द्वारा जनता को मतदान के प्रति जागरूक किया था। जागरूकता के लिये उन्होंने एन0सी0सी0 कैडेट्स, स्काउट एवं गाइड्स संगठनों तथा स्कूली बच्चों से भी अपने माता-पिता तथा परिवार के अन्य सदस्यों को मतदान करने का आग्रह करने को कहा। उन्होंने कहा कि आज सर्वाधिक मतदान वाले मतदान केन्द्रों को राजभवन में सम्मानित करने का कार्यक्रम इसी परिप्रेक्ष्य में आयोजित किया गया है।
इससे पूर्व आज गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा का राज्यपाल श्री राम नाईक ने राजभवन में पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। श्री राम नाईक ने अपनी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ की प्रति भी गोवा की राज्यपाल को भेंट की।
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