भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश की कार्यसंस्कृति और माहौल बदलने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसें में अफसरों का दायित्व है कि वो जनता की सेवा में अपना पूरा योगदान दें, सरकार ऐसे अफसरों को चिन्हित कर रही है जो अपने काम में या तो लापरवाह हैं या फिर सरकार के आदेशों के बावजूद जनता का काम करने में कतरा रहे हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में प्रदेश की नौकरशाही में एक नकारात्मक बदलाव आ गया था। ना तो जनता की सुनवाई होती थी ना ही भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश। अफसोसजनक पहलू भी है कि तमाम नौकरशाहों ने अपना राजनीतिककरण भी कर लिया था। इसके नतीजे के तौर पर सरकारें बदलने के साथ ही खास अफसरों के चेहरे भी बदल जाते थे। ऐसे ही माहौल के बीच अब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्व बहुमत की सरकार बनी है। ये जनता की सरकार है और यही वजह है कि जनता की ढेरों अपेक्षाएं भी सरकार से हैं। सरकार बिना किसी भी तरह के भेदभाव के बिना अफसरों को काम करने का मौका दे रही है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे में अफसरों से भी सरकार की अपेक्षा है कि वो अपना बेहतर योगदान दें। पिछले चैदह सालों में पहली बार इस कदर सर्वसुलभ मुख्यमंत्री जनता को मिले हैं। ऐसे में ये देखा जा रहा है कि तमाम अफसर जनसुनवाई के बाद दिए गए आदेशों का तत्परता से पालन कर रहे हैं। पर कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने इस काम में लापरवाही दिखाई है। ऐसे अफसरों को पहली बार मुख्यमंत्री जी की तरफ से कारण बताओ नोटिस दिया गया था पर अब मुख्यमंत्री जी ने सीधे वीडियो कांफ्रेसिंग में शिकायतकर्ताओं और संबंधित अधिकारियों को आमने सामने बैठाकर नई शुरूआत की है। ये सराहनीय पहल है। इस पहल का स्वागत होना चाहिए। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं के सामने अधिकारियों की ये जनअदालत अब लगती रहेगी।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पहले ही दिन से जनता की अपेक्षाएं पूरी करने की कोशिश में जुट गए हैं। इसी सिलसिले में पिछले चैदह सालों में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का बड़ा अभियान चलाया और एक तय समय सीमा भी निर्धारित की। इस अभियान में सालों से बेकार पड़ी अधिकांश सड़कों को बेहतर किया गया। जो छूट गई हैं उन्हें भी जल्द बेहतर कर लिया जाएगा। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने अपने दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए हैं। वे चाहे लखनऊ में हों या फिर प्रदेश के किसी भी हिस्से में प्रवास पर, हर रोज जनता दर्शन के जरिए जनता से मिल रहे हैं। उनकी समस्याओं के तुरंत निस्तारण के आदेश दे रहे हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि अधिकारियों को ये भी समझ लेना चाहिए कि प्रदेश की कार्यसंस्कृति बदल रही है और नए माहौल में अफसरों को जनता के प्रति जवाबदेह और उनकी सेवा में तत्पर होना पड़ेगा। ऐसे अफसर जो जनता की सुनवाई नहीं कर रहे हैं और अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं, उन अफसरों की पहचान की जा रही है।