इलाहाबाद शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में चयन तथा एकीकृत समग्र विकास पर परिचर्चा
नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री एम0 बैंकया नायडू के निवास पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री,उ0प्र0सरकार श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिष्टाचार भेंट की। भेंट के दौरान प्रदेश के इलाहाबाद, झांसी,रायबरेली को स्मार्ट सिटी घोषित करने के लिए केन्द्र सरकार के निर्णय की सराहना की तथा इलाहाबाद शहर के समग्र एवं एकीकृत विकास की संभावनाओं पर विचार-विमर्श भी किया।
श्री सिंह ने बैठक में बताया कि इलाहाबाद शहर पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, वाणिज्यिक विशिष्टताओं से परिपूर्ण है जिसके विकास के लिए प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिऐ एवं अनेक योजनाओं का शुभारम्भ किया है। गंगा के संगम तट पर आयोजित होने वाले कुम्भ एवं अर्द्धकुम्भ के महापर्वों पर श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ को ध्यान में रखते हुए इलाहाबाद शहर में आवागमन, पेयजल, विद्युत, चिकित्सा, खाद्य आपूर्ति आदि अवस्थापना सुविधाओं के लिए भी केन्द्र सरकार से विशिष्ट सहयोग की अपेक्षा है। स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा शहर को समुचित विकास की महायोजना पूर्व में ही अनुमोदन के लिए प्रेषित की जा चुकी है। कुछ योजनाओं पर सैद्धान्तिक सहमति के उपरान्त डी0पी0आर0 बनाने के लिए भी निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर श्री सिंह एवं विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि इलाहाबाद शहर में पेयजल आपूर्ति हेतु ।डत्न्ज् योजनाओं के अन्तर्गत स्वीकृत की गयी 306 करोड़ रू0 की धनराशि के सापेक्ष 236 करोड़ रू0 आवंटित हुए हैं तथा शेष धनराशि शीघ्रातिशीघ्र अवमुक्त किया जाय। शहर में खुसरो बाग, मिंटो पार्क तथा यमुना नदी के किनारे पार्कों को विकसित करने के लिए अतिरिक्त धन केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाना वांछनीय है।
शहर की सीवर व्यवस्था के सुचारू एवं ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना के लिए भी 300करोड़ रू0 अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता का उल्लेख किया गया। इसके अतिरिक्त भारत सरकार के भ्त्प्क्।ल् योजना के अन्तर्गत इलाहाबाद विश्वविद्यालय, सचिवालय भवन सहित अनेक ऐतिहासिक भवनों को भी इस योजना से आच्छादित किया जाय। स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत चयनित इलाहाबाद शहर के लिए प्रस्तावित विभिन्न योजनाओं को शीघ्रताशीघ्र अनुमोदन एवं वित्तीय संसाधन अवमुक्त कराया जाना प्रस्तावित है। इस मुद्दे पर भी बैठक में परिचर्चा की गयी।
उन्होंने यह भी बताया कि इलाहाबाद शहर में कुछ ऐतिहासिक धरोहरों के विकास एवं अनुरक्षण के लिए केन्द्र सरकार का सहयोग वांछनीय है, जिसकी विस्तृत जानकारी भारत सरकार के विभिन्न विभागों को उपलब्ध करायी जा रही है जिससे कि आगामी होने वाले अर्द्धकुम्भ पर्व पर योजनाओं का शुभारम्भ एवं क्रियान्वयन हो सके। शहरी विकास मंत्री श्री एम0 बैंकया नायडू द्वारा प्रस्तुत किये गये ब्यौरे के आधार पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया गया।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त,इलाहाबाद श्री आशीष कुमार गोयल, जिला अधिकारी संजय कुमार, उपाध्यक्ष, इलाहाबाद विकास प्राधिकरण सहित नगर विकास से जुड़े अधिकारी भी मौजूद थे।