सभी कार्य गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता से होंगे -केशव प्रसाद मौर्य
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि भारत सरकार से स्वीकृत परियोजनाओं की कार्य योजना बनाकर समय से पूरा करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को पूर्ण करने हेतु समयबद्धता एवं गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाय इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि 6260 किमी. लम्बे 63 मार्गों को नेशनल हाई-वे में परिवर्तित करने की सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की सहमति प्राप्त हो गयी है तथा केन्द्रीय मार्ग निधि के तहत उत्तर प्रदेश को 10,000 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी मिल गयी है। श्री मौर्य ने कहा कि बुन्देलखण्ड के विकास हेतु झांसी से जालौन-उरई होते हुए आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे तक 06 लेन राष्ट्रीय राज मार्ग की सहमति भारत सरकार से मिल गयी है इस 320 किमी0 लम्बे मार्ग पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इसके साथ ही 380 किमी. लम्बे झांसी, चित्रकूट, इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन में परिवर्तित करने की सहमति भी भारत सरकार ने दी है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन विकास हेतु नये राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण पर सहमति मिल गयी है अब राष्ट्रीय राज मार्ग 2 व राष्ट्रीय राज मार्ग 11 के मध्य राष्ट्रीय राज मार्ग का निर्माण तथा गोवर्धन मार्ग का निर्माण चार लेन का होगा। 99 किमी. लम्बे इस प्रस्तावित मार्ग पर 4645 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसी प्रकार गोरखपुर में दो राष्ट्रीय मार्गों को जोड़कर 1500 करोड़ रुपये की लागत से 30 किमी. लम्बे वाईपास का निर्माण किया जायेगा।
श्री मौर्य ने बताया कि इलाहाबाद में 4500 करोड़ की लागत से 76 किमी लम्बे इनर रिंग रोड के निर्माण की स्वीकृति भी भारत सरकार से मिल गयी है जिस पर शीघ्र कार्य योजना तैयार कर काम शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में गंगा नदी पर 2460 करोड़ की लागत से 04 किमी0 लम्बे 06 लेन सेतु के निर्माण हेतु भारत सरकार से सहमति प्राप्त हो गयी है इस पुल का निर्माण शीघ्र किया जायेगा। श्री मौर्य ने बताया कि कानपुर व मेरठ, बरेली एवं मुरादाबाद में रुपये 10,900 करोड़ की लागत से वाईपास/रिंगरोड बनाये जाने हेतु भूतल परिवहन मंत्रालय भारत सरकार की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। श्री मौर्य ने कहा कि भारत सरकार से स्वीकृत सभी परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य प्रारम्भ होगा तथा कार्य की गुणवत्ता तथा सयमबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।