श्रीमती गंगावती के परिजनों ने न ही एम्बुलेंस की मांग की और न तो अस्पताल से जाने की सूचना दी
जिला चिकित्सालय हरदोई में कथित रूप से बर्न इंजरी से पीड़ित श्रीमती गंगावती को समुचित इलाज की सुविधा न उपलब्ध कराने का मामला पूरी तरह असत्य और भ्रामक है। कतिपय समाचार पत्रों/न्यूज चैनल द्वारा श्रीमती गंगावती के संबंध में बेबुनियाद समाचार प्रकाशित/प्रसारित किए गए।
यह जानकारी सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों/न्यूज चैनल पर प्रकाशित/प्रसारित खबर का संज्ञान गम्भीरता से लेते मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय हरदोई से पूरे मामले की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अगवत कराया कि श्रीमती गंगावती उम्र 35 वर्ष पत्नी श्री हरिशचन्द्र, निवासी सिकन्दरपुर थाना बेहटागोकुल, हरदोई को गत 14 जून को गम्भीर अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। मरीज की हालत और बिगड़ने पर उन्हें 15 जून को मेडिकल कालेज, लखनऊ संदर्भित किया गया था। किन्तु मरीज के परिजनों द्वारा मेडिकल कालेज जाने में असमर्थता जताई गई और जिला चिकित्सालय में ही इलाज कराने की अपनी लिखित सहमति भी दी गई थी। फिर भी 20 जून को श्रीमती गंगावती के परिजन बिना अस्पताल को सूचित किए हुए ही उन्हें लेकर चले गए और उन्होंने एम्बुलेंस की भी कोई मांग नहीं की।
श्री कुमार ने बताया कि सी0एम0एस0 द्वारा यह भी सूचित किया गया है कि समाचार पत्रों/न्यूज चैनलों पर मरीज को ले जाते समय जो फोटो प्रसारित/ प्रकाशित की गई है, वह चिकित्सालय की न होकर किसी अन्य स्थान की है। उन्होंने बताया कि श्रीमती गंगावती को मेडिकल कालेज संदर्भित करते समय उन्हें निःशुल्क एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई थी।