सहकारिता में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए
प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि प्रदेश में कार्यरत 7500 सहकारी साधन समितियों को सक्रिय किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपदों में तैनात प्रत्येक सहायक निबन्धक सहकारिता 5 से 10 सहकारी समितियों को गोद लेकर उन्हें सुदृढ़ करके मजबूत बनाये जिससे यह समितियां प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे सहायक निबन्धकों को सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि पी.सी.यू. घाटे के बाद वर्तमान मंे अपने अच्छे कार्यों से लाभ में आ गया है। इसकी सीख अन्य संस्थाओं को भी लेना चाहिए।
श्री वर्मा आज यहां सहकारिता भवन सभागार का जीर्णोद्धारोपरान्त लोकार्पण करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस जीर्णोद्धार पर लगभग 2.12 करोड़ रुपये व्यय हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने सहकारिता भवन परिसर में बायोमिट्रिक मशीन का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रकाशित प्रकाशनों में अच्छी एवं रोचक सामग्री का समावेश होना चाहिए, जिससे समाज में इस पर चर्चा हो सके। केवल जीवनी प्रकाशित करने तक ही सीमित न रखा जाय।
श्री वर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों में प्रदेश में सहकारिता आन्दोलन कमजोर हुआ है। अब इसे मजबूत करने की जरूरत है इसमें आप सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाय। सहकारिता राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले वर्षों में सहकारिता आन्दोलन प्रदेश में कमजोर हुआ है। साधन सहकारी समितिया कमजोर हो गयी है। इसके साथ ही सहकारी बैंक भी आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इसमें सुधार लाना है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सहकारिता विभाग श्री हरिराज किशोर सहित सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं शीर्ष सहकारी संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक तथा पी.सी.यू. के सभापति एवं निदेशक मण्डल के सदस्यों ने भाग लिया।