सिंचाई बन्धु में आने वाली शिकायतों का तत्काल किया जाएगा निस्तारण -सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह
उ0प्र0 के सिंचाई, सिंचाई यांत्रिक मंत्री श्री धर्मपाल सिंह के निर्देश पर पूर्व में गठित ‘जनपद सिंचाई बन्धु‘ के निष्क्रिय होने के बाद पुनः जनपद सिंचाई बन्धु के गठन किए जाने का निर्णय लिया गया है।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री सुरेश चन्द्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गठित किए गए ‘जनपद सिंचाई बन्ध‘ु में सम्बंधित जिले के समस्त अधिशासी अभियंता नहर, सम्बंधित जिले के समस्त अधिशासी अभियंता नलकूप व लघु डाल नहरें, यदि अधिशासी अभियंता का क्षेत्र एक से अधिक जनपद में है तो मुख्यालय स्तर पर अधिशासी अभियंता तथा अन्य जनपदों में उनका नामित सहायक अभियंता, खण्डीय राजस्व अधिकारी, सम्बंधित जिले के समस्त अधिशासी अभियंता राज्य विद्युत परिषद, सम्बंधित जिले के मुख्य विकास अधिकारी एवं शासन द्वारा मनोनीत सदस्य को सदस्य बनाया गया है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि सिंचाई बन्धु की बैठक जिला स्तर पर प्रत्येक मास के द्वितीय मंगलवार को प्रातः 11ः00 बजे जिलाधिकारी के परामर्श पर नियत किये गये स्थान पर शासन द्वारा मनोनीत अध्यक्ष द्वारा की जाएगी तथा प्रमुख अभियंता, सिंचाई विभाग द्वारा नामित नोडल अधिशासी अभियंता सदस्य सचिव होंगे जो नियम/विनियम, परिकल्प तथा जल उपलब्धता से सम्बंधित समस्याओं से अवगत करायेंगे।
श्री सुरेश चन्द्रा ने बताया कि सिंचाई मंत्री का निर्देश है कि ‘जनपद सिंचाई बन्धु‘ मंे कृषकों की समस्याओं जैसे- नहरों की समुचित सफाई का विवरण एवं कार्यक्रम, नहरों के कटिंग एवं टेल तक पानी पहुंचने की समस्याओं, सेक्टर के अनुसार नहरों का चलना, नहरों की कटिंग एवं टेल तक पानी पहुंचाने की समस्याएं, सेक्टर के अनुसार नहरों का चलना, नहरों के कुलाबों की व्यवस्था सम्बंधी समस्याएं, राजकीय नलकूपों के संचालन से सम्बंधित समस्याएं, नलकूपों की बन्धों की समीक्षा, सिंचाई शुल्क निर्धारण सम्बंधी समस्याएं, कृषकों से प्राप्त अन्य प्रकार की शिकायतों का निराकरण एवं अन्य आवश्यक निर्देशों पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।