सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर कैथी व चद्रावती के बीच बरगद के वृक्ष में रस्सी बांधकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक फांसी लगाया। प्रदेश और केंद्र सरकार को चेतावनी दिया कि सड़क के किनारे कट रहे हजारों वृक्षों का प्लांटेशन कराएं।
प्रतिकात्मक फांसी लगाने के साथ हुई सामाजिक कार्यकर्ता व पर्यावरण प्रेमी ब्रज भूषण दुबे ने कहा की उनके द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोर्टल पर इस आशय का निवेदन किया गया था कि वाराणसी से लेकर गोरखपुर तक सड़क के फोरलेन होने में जो वृक्ष बाधा उत्पन्न कर रहे हैं उनकी हत्या न करते हुए उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाए इस प्रकार की मशीनें आंध्रा केरल सहित अन्य प्रांतों में मौजूद ह ब्रज भूषण दुबे की शिकायत को पीएमओ पोर्टल पर दर्ज कर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजा गया जहां से निस्तारण हेतु वाराणसी के डीएफओ को शिकायत भेज दी गई। वाराणसी के प्रभागीय वनाधिकारी ने शासन को लिखा कि वृक्षों को प्रत्येक दशा में बचाया जाना चाहिए किंतु हमारे पास इस प्रकार की मशीनें नहीं हैं। यह शासन का नीतिगत मामला है। मशीनें उपलब्ध होने पर प्लांटेशन करा दिया जाएगा।
बट वृक्ष को रोपित करने वाले मान बाबा ने कहा कि एक वृक्ष की हत्या 100 मनुष्यों की जान लेने जैसे अपराध के बराबर है। सरकार पर्यावरण का संरक्षक न कर प्रदूषक की भूमिका निभा रही है।
आज प्रतिकात्मक तो एक महीने बाद सत्य रूप में लगाएंगे फांसी-
सामाजिक संस्था समग्र विकास इंडिया के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि 20 जुलाई तक NH 29 के पेड़ों का प्लांटेशन नहीं कराया जाता है तो वाराणसी व गोरखपुर के बीच कहीं भी किसी वृक्ष की डाली के बीच लटककर फांसी लगाया जा सकता है। शायद हमारे इस कृत्य से प्रदेश व केंद्र सरकार की आंखें खुल जाए।
उक्त अवसर पर अंशु पांडे, मनोज तिवारी, मान बाबा, शिवचरण यादव आदि लोग थे।