भारतीय जनता पार्टी ने 21 जून विश्वयोग दिवस पर मा0 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ प्रदेश की राजधानी लखनऊ का जुड़ना उत्तर प्रदेश के लिए अविस्मरणीय बताया। प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मा0 नरेन्द्र मोदी जी के प्रयास से पुरातन भारतीय सांस्कृतिक आधार की महत्वा को पूरे विश्व ने न सिर्फ मान्यता दी बल्कि उसे स्वीकार कर अंगीकार भी किया, लेकिन दुर्भाग्य कहे या दुर्भावना सैफई के युवराज का योग दिवस पर अलापा गया सुर बचकानी झुंझलाहट बन गया है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि हजारों वर्ष प्राचीन महर्षि पतंजलि की योग परम्परा को विश्व क्षितिज पर दमकते हुए देखना किसी भी भारतीय के लिए गौरव की अनुभूति है। भारतीय संस्कृति का गौरव ही भारत का गौरव है और हर भारतीय का गौरव है। योग से निरोग के मूलमंत्र के साथ मा0 नरेन्द्र मोदी जी और मा0 योगी आदित्यनाथ जी उ0प्र0 को योग भूमि बनाना चाहते है। योग दैहिक समृद्धि के साथ ही वैचारिक समृद्धि का भी स्रोत है। सभी को राजनीतिक, धार्मिक, साम्प्रदायकि दुराव से परे भारतीय सांस्कृतिक विश्व दिवस पर सामूहिक रूप से सम्मलित होना चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अखिलेश यादव को दुराग्रह त्यागकर 21 जून को विश्व योग दिवस के कार्यक्रम में सम्मलित होना चाहिए। साइकिल तो पांच साल चलाई ही है, नानी के घर से लौटने पर अपने दोस्त को बैठाकर साइकिल चलाईए। 21 जनू महज योग दिवस नहीं है बल्कि भारतीय संस्कृतिक का विश्व के समक्ष प्रस्तुतीकरण है। पूरा भारत योग करे, देश-प्रदेश का हर पार्क, हर ग्राम योग कक्षा लगे यह हम सभी का प्रयास होना चाहिए। पारिवारिक विरासत की राजनीति करने वाले दोनों युवराज बचकाना हरकते छोड़ने का नाम नहीं ले रहे है। राजनीति तो चलती रहेगी, रैलियां भी निकलती रहेगी, राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी चलते रहेंगे। लेकिन 21 जून को विश्व के समक्ष पूरा भारत योगमय दिखे, यह हम सभी का सामूहिक दायित्व है।