सुलतानपुर - भारतीय नव वर्ष की पूर्व संध्या पर चौक घंटा घर पर विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। आयोजन समिति के संयोजक नगर पालिकाध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल ने आज पत्रकार वार्ता में बतायी। भारतीय नव वर्ष की महत्ता बताते हुए कहा कि परंपरानुसार भारतीय काल गणना खगोल गणित और विज्ञान के नियमों पर आधारित है तथा भारतीय मनीषियों ने विभिन्न ग्रहों शनि, वृहस्पति, मंगल, बुद्ध, शुक्र, पृथ्वी,चन्द्रमा की गति का आकलन पहले ही कर लिया है । वार्ता के दौरान बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष करूणा शंकर द्विवेदी ने भारतीय नव वर्ष के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि भारतीय नव वर्ष नवसंवत्सर 2067 चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ हो रहा है। इसी तिथि को श्रृष्टि के निर्माता ब्रम्हा जी ने सूर्यो के साथ ही श्रृष्टि की रचना का आलौकिक कार्य प्रारंभ किया और मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम चन्द्र जी का राज्याभिषेक भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हुआ था। इसी दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रथम सर संघ चालक केशव राव बलिराम हेडगेवार एवं भगवान झूले लाल का जन्म हुआ था। परन्तु विडंबना है कि भारत में राजनैतिक कारणों से वर्ष एवं तिथियों के नाम करण किए जाते रहे ई0 से पूर्व रोमन संवत यह रोम की स्थापना से शुरू हुआ।
कार्यक्रम के संयोजक प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि देश व समाज को अपने सनातन धर्म व संस्कृति को स्मरण कराने के लिए राष्ट्रवादी कवियों का सम्मेलन नव वर्ष की पूर्व संध्या 10 मार्च को सायं काल 07 बजे आयोजित किया गया है जिसमें प्रख्यात कवि शंकर कैमूरी रांची, सविश्ता बृजेश राय बरेली, अन्र्तराष्ट्रीय कवित्री सरिता शर्मा दिल्लीए शोला टाण्डवी टाण्डा,शोभ नाथ अनाड़ी बीकापुर,अजमल सुलतानपुरी,कलीम कौशर गाजीपुर,यमुना उपाध्याय फैजाबाद, आर.पी. सिंह आदि कवि पधार रहे हैं। प्रेस वार्ता में भाजपा नेता राम चन्द्र मिश्र, संजय सिंह, बिन्नू पाण्डेयए दिनेश चौरसिया, सुनील श्रीवास्तव, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, संजय कौशल व संजय सिंह मुन्ना आदि उपस्थित रहे।
विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष नागेन्द्र सिंह ने बताया कि 08 मार्च को धर्म रक्षा अर्पण निधि के कार्यक्रम में अन्र्तराष्ट्रीय महामन्त्री डा. प्रवीण भाई तोगणिया क्षत्रिया भवन में वुद्धिजीवियों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के पश्चात डा. तोगणिया प्रेस वार्ता करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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