प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने कहा कि प्रत्येक पात्र छात्र को यथा सम्भव निर्धारित छात्रवृत्ति की धनराशि दी जायेगी। इस बात का पूरा ध्यान रखा जायेगा कि प्रत्येक गरीब छात्र को छात्रवृत्ति की सुविधा प्राप्त हो सके। जिससे गरीब छात्र भी पढकर आगे बढ सकें। अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को निर्देश दिये गये कि पूर्ण मनोयोग एवं ईमानदारी से योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय जिससे कि गरीब एवं जरूरतमन्द छात्रों को योजना का लाभ मिल सके।
यह बातें श्री शास्त्री ने आज भागीदारी भवन गोमतीनगर में केन्द्रीय/राज्य एवं निजी विश्व विद्यालयों के नोडल अधिकारियों तथा मण्डलीय उपनिदेशक एवं जिला समाज कल्याण अधिकारियों हेतु मास्टर डाटा एवं छात्रवृत्ति आवेदन पत्र भरने सम्बन्धी आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति/पिछडा वर्ग एवं अल्पसंख्यक तथा सामान्य वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि आनलाइन प्रक्रिया के अन्तर्गत अन्तरण करने तथा मास्टर डाटा में आने वाली समस्याओं का निदान करने तथा इस प्रकिया को अधिक शक्तिशाली एवं सरलीकरण करने हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ मंत्री, समाज कल्याण, श्री रमापति शास्त्री एवं राज्य मंत्री, समाज कल्याण, श्रीमती गुलाब देवी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
श्री शास्त्री ने कहा कि केन्द्रीय/राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों में नोडल अधिकारियों द्वारा मास्टर डाटा तथा छात्रवृत्ति के अन्य बिन्दुओं के सम्बन्ध में अपने सुझावों को स्पष्ट रूप से रखा जाय जिससे कि कार्यशाला में ही समस्याओं का निराकरण हो सके। उन्होंने कहा कि छात्रों को छात्रवृत्ति समय से मिल जाये इसके लिए सभी विभागीय अधिकारी अपनी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। छात्रों को फार्म भरने की जानकारी अवश्य दी जाये जिससे छात्रों को फार्म भरने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाये। छात्रों के खातों में समय से छात्रवृत्ति भेजी जाये इसका पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
राज्य मंत्री, समाज कल्याण श्रीमती गुलाब देवी ने कहा कि छात्रों द्वारा आवेदन पत्र में की गयी छोटी-छोटी गलतियों के कारण धनराशि नहीं प्राप्त हो पाती है। समय-सारिणी एवं आवेदन पत्र भरने से लेकर विभिन्न बिन्दुओं को विश्वविद्यालय एवं संस्था स्तर पर प्रत्येक जनपद में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय जिससे कि छात्रों द्वारा गलती न हो सके। इसी प्रकार बैंक खातों को ठीक करने की दिशा में भी और अधिक कार्य करने एवं जागरूक करने की जरूरत पर बल दिया गया।
प्रमुख सचिव, समाज कल्याण श्री मनोज सिंह ने कहा कि समस्याओं का निराकरण कराकर वित्तीय वर्ष 2016-17 में पूर्व वर्ष से डेढ गुना अनुसूचित जाति एवं सामान्य वर्ग के छात्रों को मार्च 2017 के अन्तिम 12 दिनों में छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति का अन्तरण सीधे छात्रों के बैंक खातों में किया गया। छात्रों द्वारा जिन बिन्दुओं पर आवेदन पत्र भरने में गलतिया की जा रही हैं उनको ठीक करने का समय-सारिणी में समय निर्धारित किया गया है, छात्र इन गलतियों को निर्धारित समयावधि में ठीक कर सकते हैं।
कार्यशाला में दशमोत्तर छात्रवृत्ति के मास्टर डाटा से सम्बन्धित सभी बिन्दुओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण के माध्यम से श्री पी0के0 त्रिपाठी, उपनिदेशक,समाज कल्याण, मुख्यालय/योजनाधिकारी, दशमोत्तर छात्रवृत्ति द्वारा जानकारी दी गयी। कार्यशाला में सभी केन्द्रीय/राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों के नोडल अधिकारियों द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर अपने सुझाव एवं समस्याओं को रखा गया। कार्यशाला में यह स्पष्ट किया गया कि मास्टर डाटा की समय-सारिणी में नियत तिथि दिनांक 01 जून 2017 से 30 जुलाई 2017 तक समस्त कार्य पूर्ण किये जाने हैं तथा मास्टर डाटा में विश्वविद्यालय/संस्था द्वारा भरे गये पाठ्यक्रम का ही छात्र के आवेदन पत्र में अंकित करने का विकल्प उपलब्ध होगा।
कार्यशाला में विशेष सचिव समाज कल्याण श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, अनुसचिव समाज कल्याण श्री कामता प्रसाद, छात्रवृत्ति अधिकारी नोडल श्री सिद्धार्थ मिश्र, समस्त मण्डलीय उपनिदेशक समाज कल्याण, समस्त जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं केन्द्रीय/राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।