रीवांचल एक्सप्रेस द्वारा पुलिस कस्टडी में लाया गया बाबा
गांव पहुंच पिता के पैर छूने के बाद मन्दिर में हनुमान जी के किए दर्शन
चित्रकूट - इच्छाधारी सन्त उर्फ भीमानन्द उर्फ शिवमूरत द्विवेदी को पकड़ने के साथ ही जहां दिल्ली पुलिस ने जनपद आ उसके बीते इतिहास को खंगाला वहीं रिमाण्ड में लेने के बाद बाबा को लेकर दूसरी टीम भी शनिवार को दिल्ली-रीवा रीवांचल एक्सप्रेस से मानिकपुर आई।
अपना शरीर इच्छानुसार बदलने का दावा करने वाला इच्छाधारी सन्त उर्फ भीमानन्द उर्फ शिवमूरत द्विवेदी को सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसके कृत्यों और जीवन की छानबीन शुरू की। बाबा का पिछला जीवन खंगालने के लिए दिल्ली के साकेत थाने की पुलिस ने मानिकपुर थाने व बाबा के पैतृक गांव चमरौहां में उससे सम्बंधित सारी जानकारी एकत्र की और शुक्रवार को इलाहाबाद की ओर रवाना हो गए थे। वहीं रिमाण्ड मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की दूसरी टीम बाबा को लेकर शनिवार की दोपहर लगभग रीवांचल एक्सप्रेस से मानिकपुर जंक्शन उतरी। इस बीच रास्ते में ही पहली टीम भी मिल गई और दोनों टीमों के लगभग एक दर्जन पुलिस के लोग स्टेशन में मौजूद स्थानीय पुलिस के साथ बाबा को लेकर मानिकपुर थाने पहुंची। टीम के सदस्यों ने लगभग ढाई घंटे तक इच्छाधारी बाबा को थाने के ही एक कमरे में बिठा कर एक बार फिर उससे जुड़े सारे तथ्यों को देखा और इसके बाद कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ दिल्ली पुलिस के लोग इच्छाधारी उर्फ शिवा को पुलिस की एक गाड़ी में बैठा कर उसके पैतृक गांव चमरौहां पहुंचे जहां पहले से उसके पिता बच्चा द्विवेदी व छोटा भाई संजय मौजूद था। पुलिस से घिरा बाबा गाड़ी से उतर सीधे पिता के पैर छू निर्माणाधीन मन्दिर के भीतर पहुंचा जहां उसने हनुमान जी को प्रणाम कर कुछ देर के लिए रुका रहा। इसी बीच दिल्ली टीम के इंस्पेक्टर धर्मदेव ने बाबा को मन्दिर के पिछवाड़े स्थित खाली पड़े खेत में ले जाकर एकान्त में लगभग दस मिनट बात की। इसके बाद बाबा फिर आकर पुलिस जीप में बैठ गया और गाड़ियां वापस थाने आ गईं। छोटी डाढ़ी और सफेद कुर्ता पैजामा पहने पुलिस कस्टडी में आए इच्छाधारी सन्त उर्फ शिवा को देखने के लिए थाने पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ जुटी रही।
श्री गोपाल
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