उत्तर प्रदेश विधान सभा के मा0 अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने विधान भवन में दलीय नेताओं के साथ बैठकर सदन की कार्यवाही शान्तिपूर्वक व सकारात्मक ढ़ग से चलाये जाने एवं मा0 श्री राज्यपाल के पूरे भाषण व चर्चा को सुनने की अपील की।
विधान सभा अध्यक्ष श्री दीक्षित ने सभी नेताओं से अनुरोध करते हुए कहा कि विधान सभा प्रदेश की 22 करोड़ जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने का सदन है। जन प्रतिनिधियों द्वारा यहां पर बैठकर आपस में संवाद किया जाता है। प्रत्येक दल के नेताओं को अपनी पूर्व नीतियों और कार्यक्रमों क अनुसार सदन में और विचार अभिव्यक्ति की भी स्वतंत्रता है। लोकतंत्र में एक दूसरेके विचारों के प्रति सहिष्णुता एवं संवाद ही लोकतंत्र का जीवंत पैमाना होता है। इसी से लोकतंत्र प्रस्फुटित होता है।
नई सरकार से प्रदेश की जनता में वृहद अपेक्षाएं है। वाद-विवाद के माध्यम से जनता की समस्याओं को मुखरित करने का सबसे बड़ा सुअवसर प्राप्त होगा और लोगों की समस्याओं का निदान होगा । जन प्रतिनिधियों की गरिमा बढ़ेगी । श्री दीक्षित ने यह भी कहा कि पहली बार प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री ने प्रतिपक्ष को आह्वान किया है कि वह 90 दि तक विधान सभा की बैठकों को चलाना चाहतें है। उनकी मंशा है कि अधिक से अधिक दिनों तक सदन चले जिससे कि जनता की समस्याएं विधानसभा के समक्ष आवें और उनका निराकरण हो सके।
नेता सदन एंव प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी ने दलीय नेताओं से अपील करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की विधान सभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। अब तक की विधान सभाओं के कार्यकाल में सदन बहुत कम दिन चलमा रहा है। मा0 मुख्यमंत्री ने मंशा प्रकट करते हुए कहा कि यदि सदन लम्बे समय तक चले तो ब्यूरोक्रेसी जवाबदेह होगी। मा0 सदस्यगण 5वर्ष के लिए जनता के बीच से चुनकर आतें है। उनकी विश्वसनीयता कटघरे में होती है। बार-बार उन्हें अग्नि परीक्षा से भी गुजरना पड़ता है। उनके लिए यह जरुरी हैकि विधान सभा में संवाद के जरिए रचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत कर जनता की समस्याओं का निराकरण करें। व्यापक संवाद एवंरचनात्मक सुझाव से ही सकारात्मक कार्यवाही हो सकती है। उन्होने बैठक मे कहा कि हमारा शुभ संकल्प एवं लक्ष्य 22 करोड़ जनता के जन-कल्याण के लिए है। विधान सभा एक ऐसा मंच है जिसका उपयोग रचनात्मक ढ़ग से मा0 सदस्यों को करना चाहिए। मा0 मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हमारा किसी दल के प्रति भेदभाव या प्रतिशोध नही है। हम रचनात्मक सुझाव के अग्राही है। यह 17वीं विधान सभा का पहला सत्र होगा जिसमें लोक प्रश्नो के माध्यम से शासन का ध्यानाकृष्ट कर सकतें है। और अपनी सकारात्मक भूमिका से अपने विधान सभा के कार्यों के प्रति सजग रह सकतें है।
दलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविन्द चैधरी, नेता बसपा श्री लालजी वर्मा, एवं नेता अपना दल (एस) श्री नीलरतन व कांग्रेस से श्री अजय कुमार ’लल्लू’, नेता सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी श्री ओम प्रकाश राजभर ने भाग लिया एवं मा0 मुख्यमंत्री के विचारों का स्वागत किया और अपने पक्ष की तरफ से मा0 अध्यक्ष विधान सभा को हर प्रकार से सहयोग देने का भरोसा दिलाया।