उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज रवीन्द्र नाथ टैगोर की जयंती के अवसर पर जिलाधिकारी आवास के सामने स्थित उनकी प्रतिमा पर जाकर अपनी आदरांजलि अर्पित की। टैगोर जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ बंगीय नागरिक समाज द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष श्री पी0के0 दत्ता सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
राज्यपाल ने अपनी आदरांजलि अर्पित करने के बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि रवीन्द्र नाथ टैगोर एकमेव ऐसे भारतीय कवि हैं जिनकी रचना ‘जन-गण-मन’ भारत का राष्ट्रगान है तथा दूसरी रचना ‘आमार सोनार बांग्ला’ पड़ोसी देश बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान है। ऐसे महापुरूष केवल बंगाल या देश तक सीमित न रहकर पूरे विश्व में सम्मानीय हैं। रवीन्द्र नाथ ने कविता, गीत, उपन्यास आदि सभी विधाओं में अपनी रचना की है। ‘गीतांजलि’ के लिये रवीन्द्र नाथ टैगोर पूरे विश्व में जाने जाते हैं। जर्मन, फ्रेंच सहित विश्व की अन्य प्रमुख भाषाओं में ‘गीतांजलि’ का अनुवाद किया गया। उन्होंने कहा कि रवीन्द्र नाथ हमारे देश के ऐसे साहित्यकार थे जिन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
श्री नाईक ने कहा कि आज का कार्यक्रम लखनऊ बंगीय नागरिक समाज द्वारा आयोजित किया गया है क्योंकि रवीन्द्र नाथ टैगोर बंगाल के रहने वाले थे। महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी का सम्मान होता है। गुजरात के महात्मा गांधी और सरदार पटेल का सम्मान किया जाता है, उसी तरह उत्तर प्रदेश में अनेक ऐसे महापुरूष हैं जिनके प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है। ऐसे महापुरूष अपने प्रदेश तक सीमित न होकर पूरे देश के लिये आदर के पात्र होते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूषों की सेवाओं को देखते हुये हम सबको उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिये।
राज्यपाल ने कहा कि रवीन्द्र नाथ टैगोर की जयंती बड़े पैमाने पर आयोजित करने का प्रयास किया जाये। लखनऊ के पांच विधायक प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्य हैं इसलिये मंत्रियों का भी सहयोग लेकर भव्य कार्यक्रम होना चाहिये। उन्होंने सुझाव दिया कि एक प्रस्ताव बनाकर उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा जो पूर्व में लखनऊ के महापौर भी रहे हैं, से भेंट करके अपनी बात रखे। उन्होंने कहा कि रवीन्द्र नाथ टैगोर के विचारों को सबके सामने रखने की आवश्यकता है तथा उनके दिखाये आदर्श के अनुसार देश सेवा का संकल्प लें।
कार्यक्रम के संयोजक श्री पी0के0 दत्ता ने राज्यपाल का स्वागत करते हुये कहा कि राज्यपाल के प्रयास से रवीन्द्र कंुज का सौन्दर्यीकरण हुआ है। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि रवीन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमा पर प्रकाश व्यवस्था राज्यपाल की देन है। कार्यक्रम में नवाब मीर अब्दुल्ला जाफर ने भी अपने विचार रखे।