- लाल व नीली बत्ती के प्रयोग को समाप्त करने का फैसला तात्कालिक प्रभाव से लागू किया जाएगा
- राज्य में 21 अप्रैल, 2017 से लाल एवं नीली बत्ती के प्रयोग को समाप्त करने की अपेक्षा की गई है
- यह फैसला जरूरी सेवाओं जैसे फायर ब्रिगेड, एम्बुलेन्स, आर्मी और पुलिस वाहनों पर लागू नहीं होगा
- वी0आई0पी0 की सुरक्षा में लगे अतिरिक्त बलों को भी कम करने का निर्णय
- लाल और नीली बत्ती के प्रयोग को खत्म करके वी0आई0पी0 कल्चर को समाप्त करने की प्रधानमंत्री की पहल पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंत्रिमण्डल के सदस्यों ने वी0आई0पी0 संस्कृति को खत्म करने के उद्देश्य से राज्य में लाल बत्ती और नीली बत्ती के प्रयोग को पूरी तरह से समाप्त करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आज यहाँ शास्त्री भवन में विभिन्न विभागों के प्रस्तुतिकरण कार्यक्रम के बाद लिया गया।
लाल व नीली बत्ती के प्रयोग को समाप्त करने का फैसला तात्कालिक प्रभाव से लागू किया जाएगा। इसके क्रम में राज्य में 21 अप्रैल, 2017 से लाल एवं नीली बत्ती के प्रयोग को समाप्त करने की अपेक्षा की गई है। यह फैसला जरूरी सेवाओं जैसे फायर ब्रिगेड, एम्बुलेन्स, आर्मी और पुलिस वाहनों पर लागू नहीं होगा। इसके साथ ही, वी0आई0पी0 की सुरक्षा में लगे अतिरिक्त बलों को भी कम किये जाने का निर्णय लिया गया है।
लाल और नीली बत्ती के प्रयोग को खत्म करके वी0आई0पी0 कल्चर को समाप्त करने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए उनके प्रति आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया यह एक जन-उपयोगी और बड़ा फैसला है, जिससे देश में वी0आई0पी0 कल्चर समाप्त होगा और आम लोगों को राहत व सुविधा मिलेगी।